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महाराष्ट्र में हो रही कश्मीरी केसर की खेती, पुणे के इंजीनियर ने 160 वर्ग फुट में कर दिखाया कमाल, देखें तस्वीरें

Pune Software Engineer Shailesh Modak Saffron Farming: पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर शैलेश मोदक वह प्रेरक किसान बने है, जो शिपिंग कंटेनर में कश्मीरी केसर की खेती करके लाखों रूपये कमाते हैं। उन्होंने एक बार के निवेश के रूप में 10 लाख रूपये लगाये है और पहली फसल से 5 लाख रूपये कमाए है।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Dec 17, 2022

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अरे वाह! कश्मीर नहीं, महाराष्ट्र में हो रही केसर की खेती

Kashmiri Saffron Farming in Pune Maharashtra: कश्मीरी केसर दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक है, जिसे उगाने के लिए बहुत धैर्य और देखभाल की जरूरत होती है। हालांकि यह घाटी इलाको में उगाया जाता है, जबकि भारत में कश्मीर ही एकमात्र केसर उत्पादक राज्य है। कश्मीरी केसर ब्रांड दुनियाभर में मशहूर है। कश्मीरी केसर के एक किलो की कीमत लाखों रूपये होती है। हालांकि अब कश्मीर के केसर की खेती महाराष्ट्र में भी हाई-टेक तकनीक के जरिए की जा रही है। यह कारनामा पुणे (Pune Engineer) के इंजीनियर शैलेश मोदक (Sailesh Modak) ने कर दिखाया है।

पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर शैलेश मोदक वह प्रेरक किसान बने है, जो शिपिंग कंटेनर में कश्मीरी केसर की खेती करके लाखों रूपये कमाते हैं। शैलेश ने कहा कि उन्होंने एक बार के निवेश के रूप में 10 लाख रूपये लगाये है और पहली फसल से 5 लाख रूपये कमाए है। यह भी पढ़े-कैंसर से बचाने वाले अलीबाग के सफेद प्याज को मिला जीआई टैग, जानें इसके चमत्कारी फायदे

शैलेश मोदक कंप्यूटर साइंस में मास्टर हैं. इससे पहले उन्होंने विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम किया है। हालांकि वह अब 365Dfarms नाम से एक फार्मिंग स्टार्ट-अप चलाते हैं।

पुणे शहर के वारजे (Warje) में सॉफ्टवेयर इंजीनियर शैलेश मोदक ने मोबाइल कंटेनरों में केसर की खेती शुरू की। शैलेश मोदक ने बताया, "हम केसर की खेती शिपिंग कंटेनर में कर रहे हैं। आधे एकड़ खेत में जितनी केसर की खेती होती है, हम उतनी खेती 160 वर्ग फुट में कर रहे हैं।"

शैलेश ने बताया, हमने यहां पर हाइड्रोपोनिक यानी बिना मिट्टी के खेती करने का तकनीक यहां पर इस्तेमाल किया। हमने पहले हरी सब्जियों और स्ट्राबेरी का उत्पादन किया जिसमें हमें सफलता मिली, उसके बाद हमने इसकी खेती शुरू की।"