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मराठी नहीं बोलने पर किसी को पीटा तो… CM फडणवीस ने फिर दी चेतावनी, मनसे की गुंडागर्दी रुकेगी?

Violence for Marathi in Maharashtra : हाल के दिनों में मुंबई में मराठी भाषा को लेकर कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें गैर-मराठी भाषी लोगों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की गई।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Jul 24, 2025

Devendra Fadnavis Raj Thackeray Hindi row

राज ठाकरे और CM देवेंद्र फडणवीस (Photo: IANS)

महाराष्ट्र में मराठी बनाम हिंदी भाषा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ता लगातार हिंदी भाषी गरीबों को मराठी न बोलने पर धमका रहे हैं, मारपीट कर रहे हैं। कई घटनाओं में पुलिस ने कार्रवाई भी की है, लेकिन इसका मनसे नेताओं और कार्यकर्ताओं पर कोई खास असर नहीं दिखाई दे रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बार फिर ऐसे मामलों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि मराठी भाषा के नाम पर अगर कोई हिंसा करेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

दिल्ली में जेएनयू में छत्रपति शिवाजी महाराज सुरक्षा और सामरिक अध्ययन के लिए विशेष केंद्र के उद्घाटन समारोह पर आये सीएम फडणवीस ने कहा, "यह स्वाभाविक है कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा बोलने का अनुरोध किया जाएगा। यह गलत नहीं है। लेकिन भाषा को लेकर कोई विवाद या भाषा को लेकर किसी के साथ मारपीट करता है तो ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब भी ऐसी कोई घटना हुई है, हमने सख्त कार्रवाई की है। आगे भी अगर कोई ऐसा करने की कोशिश करेगा तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे।"

हालांकि, यह ध्यान देने वाली बात है कि मुख्यमंत्री फडणवीस ने इसी साल अप्रैल में भी ऐसी ही सख्त चेतावनी दी थी, लेकिन इसके बावजूद राज्य में गैर-मराठी लोगों पर हमले और दुर्व्यवहार की घटनाएं थमी नहीं हैं।

ताजा मामला महाराष्ट्र के नांदेड के एक एसटी बस डिपो से सामने आया है। जहां कथित तौर पर मराठी भाषा के अपमान का आरोप लगाकर मनसे के कार्यकर्ताओं ने एक शौचालय संचालक को पीट दिया और जबरन माफी मंगवाई।

क्या है पूरा मामला?

नांदेड शहर के मुख्य एसटी बस डिपो पर उत्तर भारतीय शौचालय संचालक लोगों से 5 रुपये वसूल कर रहा था। इसको लेकर एक स्थानीय मराठी भाषी व्यक्ति की उससे बहस हो गई। इसके बाद स्थानीय व्यक्ति ने मराठी में बात करने के लिए दबाव बनाया तो शौचालय संचालक ने कहा की वह मराठी में नहीं बात करेगा, उसे हिंदी आती है।

स्थानीय व्यक्ति ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाया गया और मनसे कार्यकर्ताओं को भेज दिया। अगले दिन मनसे कार्यकर्ता वहां पहुंचे और शौचालय संचालक की पिटाई की, साथ ही उससे सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

इससे पहले मुंबई की सेंट्रल लाइन की एक लोकल ट्रेन के लेडीज कोच में मराठी और हिंदी भाषा को लेकर महिला यात्रियों के बीच तीखी बहस हो गई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बताया जा रहा है कि मामूली सीट विवाद से शुरू हुई बहस भाषा विवाद में बदल गई।

इसके बाद मुंबई के घाटकोपर इलाके से ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में छोटा सा होटल चलाने वाली एक महिला और कुछ लोगों के बीच मराठी बनाम हिंदी को लेकर तीखी बहस देखी जा सकती है। आरोप है कि स्थानीय लोगों के समूह ने महिला पर मराठी में बात करने का दबाव बनाया। लेकिन महिला ने साफ इनकार करते हुए हिंदी में ही बातचीत करने की जिद की। बहस के दौरान महिला ने कहा, मराठी नहीं, हिंदी में बोलो। क्या तुम भारत से नहीं हो? घटना के बाद शिवसेना उबाठा की कुछ महिला कार्यकर्ता मौके पर पहुंची और महिला से जबरन माफी मंगवाई।