
सावरकर गौरव यात्रा पर संजय राउत ने दी प्रतिक्रिया
Maharashtra Politics: बालासाहेबंची शिवसेना यानी एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता और महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) ने शिवसेना के दोनों धड़ों के एकजुट होने की बात कही है। उन्होंने उद्धव ठाकरे से दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों के एकीकरण के लिए आत्मावलोकन करने के लिए भी कहा। हालांकि शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने केसरकर की सलाह को खारिज करते हुए शिंदे गुट के भविष्य पर सवाल खड़े किए हैं।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने जोर देकर कहा कि उद्धव नीत शिवसेना ही असली शिवसेना है। उन्होंने एकनाथ शिंदे गुट के नेता की सलाह को खारिज कर दिया। राज्यसभा सांसद राउत ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि अब आत्मावलोकन करने की जरूरत नहीं है और इस तरह की सलाह प्रतिद्वंद्वी गुट की हताशा को दर्शाता है। यह भी पढ़े-अमृता फडणवीस का नया गाना 6 जनवरी को होगा रिलीज, मॉडर्न ज्वैलरी और वेस्टर्न लुक में लग रहीं धांसू
दीपक केसरकर ने क्या कहा?
शिंदे नीत बालासाहेबंची शिवसेना के नेता दीपक केसरकर ने रविवार को कहा था कि ठाकरे को आत्मावलोकन करना चाहिए जिससे वास्तव में उनके विधायकों के बाहर जाने का कारण पता चले, इससे दोनों पक्षों के बीच कड़वाहट कम होगी और दोनों गुटों का एकीकरण हो सकता है।
संजय राउत ने की यह भविष्यवाणी
उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी राउत ने कहा ‘‘उनकी (केसरकर की) सलाह हताशा की वजह से आई है। महाराष्ट्र की जनता ने धोखेबाजों को विधानसभा या लोकसभा में नहीं भेजने का फैसला कर लिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना ही वास्तविक शिवसेना है। अगर धोखेबाज लोग हमें आत्मावलोकन के लिए कहते हैं तो यह मुश्किल है। आत्मावलोकन की जरूरत नहीं है। उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना आगे बढ़ रही है जैसे वह पहले बढ़ी थी।’’
राउत ने दावा किया कि शिंदे गुट में भी अलग-अलग खेमा है, जो एक दूसरे के लिए परेशानी खड़ी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शिंदे नीत सरकार नहीं चलेगी। आधे विधायक बीजेपी में शामिल हो जाएंगे और यही उनका लक्ष्य है क्योंकि शिवसेना उन्हें स्वीकार नहीं करेगी और उनके पास दूसरा कोई विकल्प भी नहीं है।’’
बता दें कि पिछले साल जून महीन में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के एक धड़े ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी जिसके बाद पार्टी दो हिस्सों में बंट गई। इसके बाद महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे नीत महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई। फिर बागी गुट ने बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाई और एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने।
Published on:
02 Jan 2023 07:45 pm
बड़ी खबरें
View Allमुंबई
महाराष्ट्र न्यूज़
ट्रेंडिंग
