
नंदुरबार में बड़ा हादसा, खाई में गिरी स्कूल बस (Photo: X@InfoNandurbar)
महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। जिले के देवगोई घाट क्षेत्र में रविवार को एक स्कूल बस करीब 150 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे के समय बस में 50 से ज्यादा छात्र सवार थे। जिसमें से 7 वर्ष और 13 वर्ष के दो छात्रों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गणेश पवार ने बताया, “जलगांव जिले के चालीसगांव से आ रही एक स्कूल बस, जिसमें स्थानीय आदिवासी छात्रावास के बच्चे सवार थे, मोलगी और अक्कलकुवा के बीच हादसे का शिकार हो गई। बस चालीसगांव तालुका के आदिवासी छात्रावास के बच्चों को लेकर चालीसगांव के ही आदिवासी आश्रम स्कूल जा रही थी। रास्ते में बस पलट गई। बस में 50 से ज्यादा छात्र और स्कूल के कमर्चारी सवार थे। हादसे में 13 वर्षीय एक लड़की और 7 वर्षीय एक लड़के की मौत हो गयी है, जबकि दो अन्य बच्चों की हालत गंभीर है। बस में एक शिक्षक और एक परिचारक भी मौजूद था।“
उन्होंने आगे बताया कि हादसे में कुल 18 छात्र-छात्राओं को गंभीर चोटें आई हैं, जिनमें से कई के हाथ-पैर में फ्रैक्चर हुआ है। उन्हें बेहतर इलाज के लिए नंदुरबार सिविल अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं, 14 बच्चों को मामूली चोटें आई हैं। हमने 24 बच्चों को एहतियातन निगरानी में रखा है, ये सभी बच्चे सुरक्षित हैं। उन्हें सिर्फ प्राथमिक उपचार और स्वास्थ्य परीक्षण के लिए अक्कलकुवा ग्रामीण अस्पताल में रखा गया है।
घटना के बाद सबसे पहले स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया। इस बीच प्रशासन और पुलिस की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच गई हैं और राहत अभियान युद्धस्तर पर चलाया। सोमवार से स्कूल खुलने के कारण सभी बच्चे वापस लौट रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, यह बस चालीसगांव से दुर्गम इलाकों में रहने वाले छात्रों को लेकर छात्रावास जा रही थी। रास्ते में मोलगी से अक्कलकुवा के बीच देवगोई घाट पर मोड़ के दौरान चालक का बस पर नियंत्रण खो गया और बस गहरी खाई में जा गिरी। हादसे के बाद बस क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें कई बच्चे फंस गए।
घटना की सूचना मिलते ही नंदुरबार जिला प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। पुलिस, दमकल विभाग और स्थानीय स्वयंसेवक मिलकर बस में फंसे छात्रों को निकालने में जुट गए। घायलों को तत्काल नजदीकी अक्कलकुवा ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके के पहाड़ी रास्तों की हालत बेहद खराब है, और अक्सर वाहन चालकों को इन रास्तों पर भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
इस हादसे ने पूरे नंदुरबार जिले को झकझोर दिया है। पीड़ित बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जर्जर रास्तों की तुरंत मरम्मत कर सुरक्षा के इंतजाम किये जाये ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। प्रशासन ने दुर्घटना की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
Updated on:
09 Nov 2025 10:19 pm
Published on:
09 Nov 2025 09:50 pm
बड़ी खबरें
View Allमुंबई
महाराष्ट्र न्यूज़
ट्रेंडिंग
