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शिवसेना के स्थापना दिवस पर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे फिर आमने-सामने, संजय राउत ने छोड़े ‘शब्द बाण’

Shiv Sena Foundation Day: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट ही असली शिवसेना है। आज शिवसेना की 57वीं वर्षगांठ है। लेकिन शिवसेना के स्थापना दिवस की तारीख का ही पता नहीं है।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Jun 19, 2023

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एकनाथ शिंदे की शिवसेना का 'मिशन मुंबई' तैयार!

Shiv Sena Uddhav Thackeray Vs Eknath Shinde: शिवसेना का आज 57वां स्थापना दिवस है। दिवंगत बालासाहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) ने 19 जून 1966 को अपनी राजनीतिक पार्टी शिवसेना (Shiv Sena) की नींव रखी थी। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले दोनों धड़ों की ओर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने इस मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए सीएम शिंदे और उनके खेमे के नेताओं पर निशाना साधा है।

शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और शिवसेना (UBT) पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले दोनों धड़े सोमवार को अलग-अलग समारोहों में पार्टी का स्थापना दिवस मनाएंगे। जिसे शक्ति प्रदर्शन के तौर भी देख जा रहा है। इसके पीछे की मुख्य वजह अगले साल होने वाला लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तथा मुंबई समेत अन्य जगहों के नगर निगम चुनाव है। यह भी पढ़े-उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका! MLA मनिषा कायंदे जॉइन करेंगी शिंदे सेना, शिशिर शिंदे ने भी छोड़ा साथ

एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना उत्तर पश्चिमी मुंबई में गोरेगांव के नेस्को मैदान में कार्यक्रम का आयोजन करेगी, जबकि शिवसेना (यूबीटी) मध्य मुंबई में सायन के शणमुखानंद हॉल में अपना कार्यक्रम करेगी। शिंदे खेमे का दावा है कि पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में पूरे महाराष्ट्र से शिवसैनिक आएंगे।

पिछले साल जून महीने में राजनीतिक कार्टूनिस्ट के रूप में कॅरियर शुरू करने वाले बाल ठाकरे द्वारा बनायी गई शिवसेना दो खेमों में बंट गई। जिसे बाद से शिवसेना के दोनों ही धड़े दिवंगत बाल ठाकरे की विरासत के असल उत्तराधिकारी होने का दावा कर रहे हैं। शिंदे और 39 अन्य शिवसेना विधायकों के महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री ठाकरे के खिलाफ विद्रोह करने के बाद पिछले साल जून में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महाविकास आघाडी (MVA) सरकार गिर गई थी।

इसके बाद शिंदे बीजेपी के सहयोग से मुख्यमंत्री बने. इसी साल शिंदे गुट की शिवसेना को चुनाव आयोग ने मूल पार्टी का नाम और ‘धनुष-बाण’ चुनाव चिह्न आवंटित किया, जबकि ठाकरे के धड़े को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नाम व मशाल चिन्ह दिया।

शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट ही असली शिवसेना है। आज शिवसेना की 57वीं वर्षगांठ है। लेकिन कल कहीं-कहीं मैंने विद्रोही जमात का बैनर देखा। उस पर लिखा है कि यह शिवसेना की 59वीं वर्षगांठ है। उन्हें शिवसेना के स्थापना दिवस की तारीख व वर्ष का ही पता नहीं है। वे शिवसेना पर दावा कर रहे हैं।