11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Dahi Handi: मुंबई में दही हांडी उत्सव से पहले दर्दनाक हादसा, 11 वर्षीय ‘गोविंदा’ की मौत

Dahi Handi 2025 Accident : मुंबई पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि यह घटना कैसे घटी, इसमें किसकी लापरवाही थी।

2 min read
Google source verification

मुंबई

image

Dinesh Dubey

Aug 11, 2025

Dahi Handi Celebration Mumbai

दही हांडी उत्सव से पहले दर्दनाक हादसा (Photo- IANS/File)

Mumbai Dahi Handi News: मुंबई में दही हांडी उत्सव से पहले ही एक दर्दनाक हादसा हो गया। दहिसर पूर्व के केतकीपाड़ा इलाके में रविवार रात दहीहंडी के अभ्यास के दौरान 11 वर्षीय बाल गोविंदा महेश रमेश जाधव की मौत हो गई। दही हांडी में ‘गोविंदा’ वे प्रतिभागी होते हैं, जो मानव पिरामिड बनाकर दूध, दही और मक्खन से भरी हांडी को फोड़ने का प्रयास करते हैं।

जानकारी के मुताबिक, रविवार रात करीब 11 बजे नवतरुण मंडल के सदस्य (गोविंदा) दही हांडी के थर लगाने का अभ्यास कर रहे थे। तभी महेश ऊपरी थर पर चढ़ा ही था कि अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे जमीन पर गिर पड़ा। गंभीर चोट लगने से उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

सूचना मिलते ही दहिसर पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा। पुलिस ने इस मामले में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है। दहिसर पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि यह घटना कैसे घटी, इसमें किसकी लापरवाही थी।

बता दें कि इस वर्ष दही हांडी का त्योहार 16 अगस्त को मनाया जाएगा। मुंबई में यह उत्सव खासा लोकप्रिय है और हजारों गोविंदा पथक (Govinda Pathak) इसमें भाग लेते हैं। राज्य सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गोविंदा पथकों के लिए बीमा योजना की घोषणा भी की है। लेकिन उत्सव के आगाज से पहले ही इस हादसे ने शोक का माहौल पैदा कर दिया है।

महाराष्ट्र सरकार ने दही हांडी उत्सव में भाग लेने वाले 1.5 लाख ‘गोविंदाओं’ के लिए विशेष बीमा योजना लागू की है। इसके तहत दही हांडी प्रदर्शन के दौरान मृत्यु की स्थिति में 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। बीमा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। इस बीमा कवर में छह श्रेणियों की दुर्घटनाएं शामिल हैं। मृत्यु या पूरी तरह स्थायी दिव्यांगता (जैसे दोनों आंखों या दो अंगों का नुकसान) पर 10 लाख रुपये मिलेंगे। एक आंख, एक हाथ या एक पैर खोने पर 5 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा, जबकि चोट लगने पर एक लाख रुपये तक का चिकित्सा खर्च वहन किया जाएगा।