उमेश कोल्हे हत्याकांड मामले की जांच केंद्र सरकार ने एनआईए (National Investigation Agency) को सौंपी है. इस मामले में अब दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। दोनों आरोपियों की पहचान अब्दुल अरबाज और मौलवी मुफिक अहमद के तौर पर हुई हैं। आरोप है कि मौलवी अहमद भी कोल्हे की हत्या की योजना बनाने वाले लोगों में शामिल था। चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि उन्हें कतर और कुवैत से फंड मुहैया कराया गया था।
दोनों आरोपियों को लेकर एनआईए की टीम मुंबई पहुंची और उन्हें मुंबई की विशेष एनआईए कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट दोनों को 12 अगस्त तक के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी हत्याकांड में पहले से पकड़े गए इरफान शेख, शोएब खान, मुदस्सिर अहमद, आतिफ राशिद, यूसुफ खान, अब्दुल तौफीक, शाहरुख पठान, शमीम अहमद, फिरोज अहमद के साथ साजिश में शामिल थे।
उमेश कोल्हे मर्डर केस में एनआईए ने शुक्रवार को कोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। एनआईए ने कोर्ट को बताया कि मौलवी अहमद और अरबाज ने उमेश कोल्हे की हत्या के बाद जश्न मनाया था और डिनर पार्टी का आयोजन किया था।
हालांकि, एनआईए इस बात की जांच कर रही है कि यह पार्टी कहां हुई और इसमें कौन-कौन शामिल हुआ था। एनआईए ने आरोपी के रिमांड की मांग करते हुए कहा कि जांच के बाद सभी मामलों का खुलासा होगा। मौलवी के अलावा दूसरा आरोपी अब्दुल अरबाज एक एनजीओ में एंबुलेंस ड्राइवर हैं। एनआईए ने दावा किया कि दोनों आरोपियों ने उमेश कोल्हे हत्याकांड के मास्टरमाइंड इरफान खान और अन्य आरोपियों को छिपने में मदद की थी।