जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल दाहोड़ के रहने वाले अनिल कुमार का वर्ष 2011 में पुलिस विभाग में चयन हुआ और वह कॉन्स्टेबल बन गया। अनिल को कॉन्स्टेबल की नौकरी अच्छी नहीं लगती थी। इसी बीच उसकी शादी गंगदाड़ी की रहने वाली एक युवती से हो गई। बताया जाता है कि युवती के परिजनों ने दामाद अनिल से अपने बेटे सुनील की नौकरी लगवाने की सिफारिश की। इसी बीच अनिल का तबादला मुरादाबाद हो गया। अनिल ने अपने साले से बात की और मुरादाबाद में अपनी जगह साले को ज्वाइन करने भेज दिया। बताया जाता है कि दोनों के बीच 12 हजार रुपये में मामला तय हो गया। दोनों के बीच तय हुआ कि जब तक अनिल का प्रमोशन हो कर वह दरोगा नहीं बन जाता तब तक उसके स्थान पर साले रसुनील को नोकरी करनी होगी। इस बीच प्रति महीना उसे 12 हजार रुपये मिलेंगे। जब अनिल काफी दिन तक ड्यूटी पर नहीं गया तो परिजनों ने वजह पूछी। इस पर अनिल ने बताया कि उसका चयन शिक्षा विभाग में हो गया है और अब वह पुलिस की नौकरी छोड़ देगा अध्यापक बन जाएगा। उधर सुनील ने अपने परिजनों को बताया कि उसका होमगार्ड में चयन हो गया है और उसकी ड्यूटी मुरादाबाद में लगी है। उसे बतौर वेतन 12 हजार मिलते हैं। इस तरह दोनों ने मिलकर अपने घरवालों को शांत कर दिया और पांच साल तक यह खेल चलता रहा।
गांव में हुए एक विवाद ने पांच मिनट में खोल दी पांच साल की पोल जीजा साले मिलकर पांच साल तक सरकार और पुलिस महकमे की आंखों में धूल झोंकते रहे लेकिन इसी बीच अनिल गांव के ही रहने वाले एक व्यक्ति से विवाद हो गया। इस विवाद के बाद उस व्यक्ति ने पूरी जानकारी पुलिस को दे दी। ग्रामीण ने भेद खोला तो इस भेद को जानकर पुलिस भी हैरान रह गई। आनन-फानन में एक टीम गठित की गई और दबिश दी गई। पुलिस ने मुरादाबाद से आरोपी साले को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन जीजा फरार हो गया है जिसकी तलाश की जा रही है फिलहाल अनिल को निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब घटना के बाद से फरार हुए अनिल की तलाश कर रही है।
मुकदमा दर्ज होगा और होगी रिकवरी
इस खुलासे के बाद मुरादाबाद पुलिस का कहना है कि अनिल को निलंबित कर दिया गया है इनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है अब तक जितना वेतन 5 साल में लिया गया है उसकी भी रिकवरी होगी और जो भी आरोपी इस मामले में सामने आएंगे उन सभी के खिलाफ कार्यवाही होगी सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।