
शामली. यूपी पुलिस के मिशन एनकाउंटर का खौफ बदमाशों में साफ दिखाई देने लगा है। अब तक मामूली सी बात पर लोगों का खून बहाने वाले बदमाशों को अब अपनी जान के लाले पड़े हुए हैं। अपनी मौत को सामने देखकर बदमाश अब पुलिस से गोली न मारने की बात कहकर अपराधों से तौबा करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला झिंझाना थाने में सामने आया है। जहां हत्या का आरोपी मुंसाद थाने में सरेंडर करने पहुंचा। इस दौरान उसने कहा कि साहब पुलिस की गोली से डर लगता है। मुझे गोली मत मारना और यह कहते हुए उसने पुलिस के सामने अपराध न करने की कसम भी खाई।
दरअसल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश से अपराध खत्म करने के लिए सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दे रखे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने भी बदमाशों के खिलाफ अभियान चलाते हुए कई नामचीन बदमाशों को या तो मुठभेड़ में मार गिराया है या उन्हें अपंग बनाकर जेलों में ठूंस दिया गया है। शामली के एसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने भी जिले में आतंक का पर्याय बने कई बदमाशों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। इनमें कुख्यात बदमाश मुकीम काला का दाया हाथ कहा जाने वाला साबिर जंधेड़ी भी शामिल है, हालांकि इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी अंकित भी शहीद हो गया था। जबकि थानाध्यक्ष भगवत सिंह भी बुरी तरह घायल हो गए थे। शामली एसपी के एनकाउंटर से बदमाशों में खौफ भी साफ नजर आ रहा है। लोगों का खून बहाने वाले बदमाशों को अब अपनी जान जाने का खतरा सताने लगा है। ऐसा ही एक मामला झिंझाना थाने में देखने को मिला।
दरअसल 21 जनवरी को झिंझाना क्षेत्र के गांव ख्वाजपुरा निवासी जाल्ला उर्फ तैयब की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के परिजनों ने गांव के ही मुंशाद पुत्र यामीन समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, जिनमें से 4 आरोपी मुठभेड़ में मारे जाने के डर से न्यायालय में आत्म समर्पण कर जेल चले गए थे, जबकि मुंशाद अभी तक फरार चल रहा था। हत्यारोपी मुंशाद ने झिंझाना थाने पहुंचकर पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण कर गिड़गिड़ाते हुए बोला, साहब पुलिस की गोली से डर लगता है। इसलिए उसे गोली न मारी जाए। अब मैं कभी अपराध नहीं करूंगा।
एसपी से बोला मुंशाद
हत्यारोपी मुंशाद ने बताया कि मैं 21 जनवरी को झिंझाना क्षेत्र के गांव ख्वाजपुरा निवासी जाल्ला उर्फ तैयब की गोली मारकर हत्या में शामिल था। आज मैं अपना अपराध कबूल करते हुए थाने में सरेंडर करने आया हूं। मुझे कप्तान साहब गोली न मार दें बस इसी डर से फरार था। मैंने अब सरेंडर करते हुए एसपी साहब से मुझे गोली न मारने की गुहार लगाई है।
Published on:
20 Feb 2018 10:53 am
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