
कैराना उपचुनावः बुरी तरह फंसी भाजपा, प्रचार थमने से पहले इस सांसद पर दर्ज हुआ मुक़दमा
शामली. कैराना लोकसभा उपचुनाव में अपनी साख बचाने के लिए संघर्ष कर रही भाजपा को चुनाव आयोग ने बड़ा झटका दिया है। दरअसल, कैराना लोकसभा उपचुनाव में सभी विपक्षी पार्टियों ने चट्टान जैसी एकता इख्तियार कर ली है। विपक्ष की इस एकता को देखते हुए भाजपा नेताओं का गुस्सा भी सातवें आसमान पर दिखाई दे रहा है। इसी कड़ी में काराना लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करते हुए भाजपा की राज्यसभा सांसद कांता करदम ने कहा था कि अगर कैराना में विपक्ष का उम्मीदवार जीता तो पाकिस्तान में दिवाली मनाई जाएगी। इसके अलावा भी उन्होंने एक धार्मिक समूह की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बयान दिया था। जिसकी सिकायत चुनाव आयोग से की गई थी। इसके बाद आयोग में मामले की जांच के बाद उत्तर प्रदेश की सहारनपुर पुलिस को सांसद करदम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। चुनाव आयोग के आदेश पर भारतीय जनता पार्टी की सांसद कांता करदम पर आचार संहिता के उल्लंघन का मुक़दमा दर्ज किया गया है। भाजपा सांसद करदम के खिलाफ एक धार्मिक समूह की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप लगा है। हालांकि, इस मामले में करदम का कहना है कि उन्हें मीडिया से ही एफ़आईआर के बारे में पता चला है। उन्होंने दावा किया कि मेरे भाषण में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं कहा था।
गौरतलब है कि कैराना लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रचार प्रसार थमा गया है। अब 28 मई को मतदान होना है। पुलिस और प्रशासन ने चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से जिलाधिकारी ने पुलिस प्रशासन को चुनाव प्रभावित करने पर बल प्रयोग करने के साफ आदेश दे दिए हैं। इस चुनाव पर जिस तरह से देशभर की मीडिया की निगाह लगी हुई है। ऐसे में प्रशासन उपचुनाव में किसी भी प्रकार की चूक नहीं करना चाहता।
कैराना उपचुनाव के लिए यूं तो 12 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह ओर आरएलडी से एसपी गठबंधन प्रत्याशी तबस्सुम हसन के बीच है। कैराना लोकसभा में करीब 16 लाख मतदाता और 5 विधान सभा है। 3 विधान सभा कैराना, शामली और थाना भवन शामली जिले में है,जबकि सहारनपुर जनपद में नकुड और गंगोह है। अब प्रचार का शोरगुल खत्म हो गया है। पुलिस और प्रशासन ने 28 मई को होने वाले मतदान को शांतिपूर्वक कराने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। 26 कंपनी अर्धसैनिक बलों की बुलाई गई है। इस दौरान 1 एसपी 2 एडिशनल एसपी और 6 क्षेत्र अधिकारी मौजूद रहेंगे। प्रशासन ने सवेंदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों पर भारी सुरक्षा बल तैनात करने की बात कही है।
Published on:
27 May 2018 12:59 pm
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