
मुजफ्फरनगर. कोतवाली बुढ़ाना पुलिस ने कुलदीप तोमर हत्याकांड में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अवैध संबंध के चलते दोस्तों ने कुलदीप का अपहरण कर गला घोटकर हत्या की थी। इसके बाद शव को श्मशान ले जाकर एक जलती चिता में फेंक दिया था। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक महिला के साथ पांच आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो तमंचे, दो कारतूस और एक छुरी के साथ पल्सर बाइक बरामद की है।
दरअसल मामला बुढाना कोतवाली क्षेत्र के गांव बड़ौदा का है। जहां 10 दिसंबर की शाम पत्नी ममता ने पति कुलदीप तोमर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद से पुलिस और परिजनों ने कुलदीप की काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। वहीं गुरुवार को पुलिस ने सर्विलांस के आधार पर 2 महीने बाद कुलदीप तोमर हत्याकांड का खुलासा करते हुए उसी के चहेते दोस्त रवि शंकर उर्फ बंटी पुत्र कृष्णपल सिंह निवासी गांव बड़ौदा, रवि पुत्र मांगेराम निवासी दताना, अमित पुत्र डालचंद निवासी चित्तौड़ा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कुलदीप की हत्या का कारण अवैध संबंध बताया है। पुलिस ने कुलदीप हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 19 दिसंबर की शाम को गांव में ही कुलदीप को शराब पिलाकर उसका अपहरण किया गया था, जिसके बाद उसे गांव ढाहर मे गला घोटकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया और शव को छुपाने के लिए श्मशान घाट में पहले से ही जल रही एक चिता में शव को डालकर आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने मुख्य तीनों आरोपियों से पूछताछ करने के बाद तीनों को सलाखों के पीछे भेज दिया है।
हालांकि अभी भी घटना में शामिल अरुण पुत्र विनोद निवासी सरदाना, मिट्ठू पुत्र नरेंद्र निवासी सनौली, सुनीता पत्नी तेजपाल निवासी बड़ौदा, संजय पुत्र तेजपाल निवासी बड़ौदा, बसंत पुत्र ओमपाल निवासी कुरथल फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।
Published on:
23 Feb 2018 12:55 pm
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