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अवैध बजरी खनन पर प्रशासन की मौन स्वीकृति

प्रशासन की अनदेखी

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Nawa News

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नावां शहर. खनिज विभाग व स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के कारण निकटवर्ती ग्राम खाखडक़ी सहित नागौर अजमेर जिले के सीमा पर स्थित गांवों में बजरी खनन पर प्रभावी अंकुश नहीं लग पा रहा। उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार की नाक के नीचे गांवों के खेतों से जमकर बजरी खनन कर परिवहन किए जाते हैं। उपखण्ड अधिकारी ने तीन दिन पूर्व खनन स्थलों का जायजा लेकर इतिश्री कर ली, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं करने के चलते खननकारियों को हौसले बुलन्द होते जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार उच्चतम न्यायालय की ओर से 16 नवम्बर 2017 से राज्य में बजरी खनन पर लगाई गई रोक अभी भी जारी है। न्यायालय की रोक के बाद नावां क्षेत्र में एक भी दिन बजरी पर रोक नहीं लगी। प्रभावी कार्रवाई के अभाव में बजरी खनन व परिवहन जारी है। तीन दिन पूर्व में उपखण्ड अधिकारी रामसुख गुर्जर व तहसीलदार हरीसिंह शेखावत ने खनन क्षेत्रों का जायजा लिया लेकिन कोई भी प्रभावी व ठोस कार्रवाई खननकारियों के खिलाफ नहीं की गई है। शहर में पुलिस की गाड़ी के रात्रि में गश्त करती रहती है लेकिन बजरी के डम्परों पर फिर भी कार्रवाई नहीं हो पाती है। इसके साथ ही खनिज विभाग के अधिकारियों ने तो गत दो महीनों में तो एक भी भी कार्रवाई नहीं की। जिसके चलते खननकारियों के हौंसले बुलन्द होते जा रहे है। जिसका परिणाम है कि बजरी का खनन व परिवहन बढ़ता जा रहा है।
इनका कहना
दो दिनों से खनन क्षेत्र का जायजा लिया जा रहा है लेकिन मौके पर खनन करते हुए कोई नहीं मिला। जिन खेतों में बजरी खनन किया जा रहा है उनके खिलाफ 177 की कार्रवाई की जा रही है।- हरीसिंह शेखावत, तहसीलदार नावां शहर।
इन दिनों में खनन व परिवहन नहीं हो रहा है। खनन क्षेत्र व मुख्य मार्गो पर गश्त जारी है। बजरी के डम्पर व ट्रकों को मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।
- मुकेश चौधरी, थानाधिकारी नावां शहर।