22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मुख्यमंत्री के आदेश के ढाई साल बाद भी जांच अधूरी

नागौर में बालवा रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में घटिया निर्माण का मामला, मुख्यमंत्री के आदेश पर एसीबी को दी थी जांच...

2 min read
Google source verification
Nagaur Hindi news

CM not serious to give relief allottee in housing board colony nagaur

नागौर. राज्य की भाजपा सरकार खून पसीने की गाढ़ी कमाई खर्च कर बालवा रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में मकान लेने वाले आंवटियों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। योजना के तहत मकानों में घटिया सामग्री काम में लेने के संबंध में मुख्यमंत्री के आदेश के ढाई साल बाद भी एसीबी जांच पूरी नहीं कर पाई है। एसीबी मेंं जांच लम्बित रहने के बावजूद सरकार ने इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर जुर्माना लगाकर बहाल कर दिया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अक्टूबर २०१५ में नागौर दौरे के दौरान हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में काम का निरीक्षण कर काम बंद करने व एसीबी में प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए थे।
सरकार की नियत में खोट
विधानसभा के हाल ही संपन्न बजट सत्र में सरकार ने खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल के सवाल के जवाब में जानकारी दी है कि हाउसिंग बोर्ड में घटिया निर्माण कार्य के मामले में एसीबी में तीन मामले दर्ज किए गए हैं, जिनकी जांच जारी है। विधायक बेनीवाल ने आवासीय योजना के निर्माण में अनियमितता व घटिया सामग्री की वजह से कमजोर आवासों के स्थान पर नए आवास बनाकर देने, आवंटन की किश्तें जमा नहीं करा पाए आवंटियों की पेनल्टी आदि में राहत देने, निर्माण करने वाली फर्म/कम्पनी या ठेकेदार को किए गए भुगतान व जिम्मेदारों पर लगाए गए जुर्माने की जानकारी चाही थी। लेकिन सरकार के आधे अधूरे उत्तर से स्पष्ट है कि सरकार की नियत में खोट है।
जानकारी देने से कतरा रही सरकार
विधायक बेनीवाल ने विधानसभा के बजट सत्र में सवाल पूछा था कि बालवा रोड पर निर्मित भीमराव अंबेडकर आवासीय योजना के निर्माण में अनियमितता व प्रयुक्त घटिया सामग्री के संबंध में एसीबी में दर्ज प्रकरणों में अब तक कितने मामलों में किन-किन के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई तथा क्या-क्या कार्रवाई की गई है। इसके अलावा बेनीवाल ने इस संबंध में दर्ज एफआईआर की जांच व न्यायालय में चालान पेश करने में देरी तथा चालान पेश करने संबंधी जानकारी मांगी थी। हालांकि सरकार की ओर से केवल यही बताया गया है कि तीन प्रकरणों में एसीबी की जांच जारी है।

इनके विरुद्ध दर्ज है एसीबी में प्रकरण
राजस्थान आवासन मंडल के तत्कालीन आवासीय अभियंता हाकमचंद पंवार, परियोजना प्रमोद कुमार माथुर, मैसर्स मोजदीन कंस्ट्रक्शन कंपनी, बीकानेर के मोजदीन व मैसर्स बीएस कंस्ट्रक्शन कंपनी बीकानेर के बलवंतसिंह सेवदा के विरुद्ध 8 अक्टूबर 2014, आवासीय अभियंता सर्वेश शर्मा, पूरणमल डीगरवाल, परियोजना अभियंता शिवशंकर, बाबूलाल मीणा, फर्म के जयनारायण गोदारा व आवासीय अभियंता हाकमचंद पंवार, परियोजना अभियंता प्रमोद कुमार माथुर व मैसर्स करणी कंस्ट्रक्शन, बीकानेर के जुगलसिंह के विरुद्ध 4 दिसम्बर 2017को एसीबी में प्रकरण दर्ज किया गया था। जिसकी जांच अभी जारी है।

जल्द भिजवाएंगे रिपोर्ट
आवासन कॉलोनी मामले में दर्ज प्रकरण में कुछ गवाहों के बयान बाकी है। उनके बयान होते ही पूरी रिपोर्ट जल्द मुख्यालय को भिजवाएंगे।
जाकिर अख्तर, डीएसपी, एसीबी नागौर