
प्रस्तुति देते कलाकार
नागौर. नागौर के गायक कलाकारों को प्रोत्साहन देने एवं बाल कलाकारों को संगीत की शिक्षा देने के लिए शहर में संगीत विद्यालय खोलने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से प्रस्ताव बनाकर शिक्षा निदेशालय भेजा जाएगा। यह बात जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने कही। वे रविवार को राजस्थान पत्रिका तथा भामाशाह शारदा कमल शर्मा के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को महावीर इण्टरनेशनल रोग निदान केन्द्र के सभागार में आयोजित स्वर-साधना कार्यक्रम में शामिल हुए। राजस्थान पत्रिका के संपादकीय प्रभारी रूद्रेश शर्मा ने कलक्टर को स्वर-साधना मंच की शुरुआत, इसके उद्देश्य तथा स्थानीय लोगों की ओर से संगीत विद्यालय शुरू करने की मांग के बारे में जानकारी दी। इस पर कलक्टर ने कहा कि यहां के कलाकारों के लिए 'स्वर-साधनाÓ का मंच बहुत अच्छा प्लेटफार्म है। इसके लिए उचित भवन मुहैया हो और वहां अधिक से अधिक शहरवासी पहुंचे, इस दिशा में वे कार्यवाही करेंगे। कलक्टर ने कहा कि वे यहां आकर और इन बेहतरीन फनकारों को सुनकर आनंदित हो गए। संगीत में रुचि रखने वाले कलाकारों के लिए संगीत विद्यालय शुरू हो सके, इसके लिए वे पूरा प्रयास करेंगे।
ये रहे उपस्थित
इस दौरान महावीर इंटरनेशनल संस्था के जोन चेयरमैन अनिल बांठिया, अध्यक्ष नरेन्द्र संखलेचा, भारत विकास परिषद के नृत्यगोपाल मित्तल, डॉ. राजकुमार बारोडिय़ा, शुभारंभ इवेंट्स के निदेशक स्वरूप देहरा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में संस्था के जोन कन्वीनर श्रेयांस सिंघवी, जंवरीलाल भट्ट आदि ने सहयोग किया। जिला कलक्टर ने शस्त्रीय संगीत शिक्षक भूराराम शर्मा का साफा पहनाकर स्वागत किया। पुष्पलता व्यास ने इस मंच को पत्रिका का सराहनीय प्रयास बताया। संचालन नरेन्द्र पारीक ने किया।
इन्होंने दी प्रस्तुतियां
स्वर-साधना में हरिमा के शास्त्रीय गायक भूराराम शर्मा, शास्त्रीय गायिका कांता खेरीवाल, सुनिता स्वामी, संगीत शिक्षक एल.के. झा, युवा कलाकार संपत दाधीच, कैलाश माकड़, कैलाश गौड़, भागीरथ खेरीवाल, नरेन्द्र जोशी 'प्रेमी, राजू स्वामी, भैराराम कड़ेल, सिकंदर खान आदि ने प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम की शुरुआत युवा गज़ल गायक देवेन्द्र त्रिवेदी ने गणेश वंदना से की। तबले पर युवा कलाकार कैलाश गोरमात, अजय व्यास ने संगत की।
Published on:
07 May 2018 07:07 pm
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