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राजस्थान के नागौर में 7 घंटे तक मूसलाधार बारिश, टूटा 50 साल का रिकॉर्ड, लोग बोले- 1996 की बाढ़ में भी नहीं आया इतना पानी

Nagaur Heavy Rain: राजस्थान के नागौर जिले में रविवार को हुई मूसलाधार बारिश ने 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। नागौर शहर में सात घंटे में 7 इंच पानी बरसा।

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सड़क पर भरा बारिश का पानी। फोटो: पत्रिका

Nagaur Heavy Rain: राजस्थान के नागौर जिले में रविवार को हुई मूसलाधार बारिश ने 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। नागौर शहर में सात घंटे में 7 इंच पानी बरसा। एक दिन में लगातार हुई तेज बारिश से शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया। कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं और मकानों में तीन से चार फीट तक पानी भरने से शहरवासियों को परेशानी उठानी पड़ी।

लोगों ने 1996 व 1975 में आई बाढ़ को याद किया। ब्रह्मपुरी में रहने वाले बुजुर्गों ने बताया कि 1996 की बाढ़ में भी इतना पानी नहीं आया। 1975 में हुई बारिश के दौरान मकानों में दो-दो फीट पानी भरा था, यही हालात अब हुए हैं।

एक दर्जन मकान ढह गए

करीब सात घंटे तक लगातार तेज बारिश होने से रविवार को शहर में एक दर्जन पुराने व जर्जर मकान ढह गए, जिससे दो लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई। शहर के निचले इलाकों में भरे पानी को निकालने के लिए पूरे दिन प्रशासन व नगर परिषद की टीमें लगी रहीं। बेघर हुए लोगों के लिए प्रशासन ने टाउन हॉल, रैन बसेरा व विधि कॉलेज में ठहरने की व्यवस्था की है।

प्रशासन व नगर परिषद की टीमें दिनभर राहत पहुंचाने में जुटी रही

जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित के निर्देश पर नगर परिषद के कार्यवाहक आयुक्त गोविन्दसिंह भींचर ने टीम के साथ प्रभावित इलाकों का दौरा कर पानी निकासी की व्यवस्था करवाई। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की व्यवस्था की। आयुक्त ने बताया कि सर्किट हाउस के पीछे व व्यास कॉलोनी रैन बसेरों के साथ टाउन हॉल व विधि कॉलेज में लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई।

कॉलोनियों में भरे पानी को निकालने के लिए सात जेसीबी तथा सफाई कर्मियों की टीमें लगाई गई है। हनुमान बाग के पास कच्ची बस्ती में बसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर तहसीलदार नरसिंह टाक के नेतृत्व में विधि कॉलेज में शिफ्ट किया।

दो दिन स्कूलों की छुट्टी

जिले में भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए जिला कलक्टर ने स्कूलों, कोचिंग संस्थानों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में दो दिन अवकाश घोषित कर दिया है। 25 और 26 अगस्त को सभी स्कूलों में छुट्टी रहेगी।

शहर के तालाब लबालब

मूसलाधार बारिश से शहर के तालाब भी पूरी तरह भर गए। बख्तासागर, समस, गिनाणी, प्रतापसागर व जड़ा तालाब के साथ चेनार का शक्कर तालाब पानी से लबालब भर गए। बख्तासागर तालाब परिसर में बने पार्क में भी सात से आठ फीट पानी भर गया और घाट व छतरियां पानी में डूब गए।

वर्ष 2006 में आया था इतना ही पानी

इसी प्रकार समस तालाब भरकर पानी कॉलेज की तरफ निकलने लगा। शक्कर तालाब में सुरक्षा दीवार के ऊपर तक पानी भर गया। स्थानीय समाजसेवी लोकेश टाक ने बताया कि शक्कर तालाब पूरा भर गया है अब और बारिश आते ही बाढ़ के हालात हो जाएंगे। वर्ष 2006 में इतना ही पानी आया था।

नागौर में 24 घंटे में 199 एमएम बारिश

नागौर शहर में रविवार सुबह 8 से शाम पांच बजे तक जहां 173 मिलीमीटर बारिश हुई, वहीं शनिवार शाम 5 बजे से रविवार शाम 5 बजे तक 24 घंटे में 199 मिलीमीटर यानी 7.83 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई।

निचले इलाकों में भरा पानी, कॉलेज मैदान बना तालाब

नागौर शहर में शनिवार शाम से ही रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। रविवार सुबह आठ बजे मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हो गया, जो करीब तीन घंटे तक चला। 11 बजे तक लगातार तेज बारिश होने से शहर पानी-पानी हो गया। महिला कॉलेज मैदान में चार से पांच फीट पानी भरने से कॉलेज भवन में पानी चला गया। कॉलेज रोड व बीकानेर रोड पर एक-एक फीट से अधिक पानी भरने से डिवाइडर के ऊपर से पानी निकलने लगा।

शिवबाड़ी क्षेत्र में तीन से चार फीट तक पानी भर गया, जिससे शिवबाड़ी से कुम्हारी दरवाजा की ओर जाने वाले रास्ते पर लोगों के घरों में भी पानी भर गया। इसी प्रकार बी रोड, लौहारपुरा, नया दरवाजा, कृषि मंडी तिराहा, दिल्ली दरवाजा, मूण्डवा चौराहा सहित अन्य क्षेत्रों में घुटनों से लेकर कमर तक पानी का भराव हो गया है। जेएलएन अस्पताल के भूतल परिसर में पानी भर गया।

जानें: ​नागौर जिले में कहां कितनी बारिश हुई

तहसीलशनिवार शाम 5 से रविवार शाम 5 बजे तक (मिमी)इस वर्ष अब तक (मिमी)
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मूण्डवा88474
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