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पुलिस थाना परिसर में पेड़ छांगते समय लगा करंट, युवक की मौत

दिनभर सांसी समाज के लोग जुटे रहे अस्पताल के सामने, नहीं हुआ पोस्टमार्टम

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FIR not registered against Discom officer

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कुचेरा (Nagaur). स्थानीय पुलिस थाना परिसर की सफाई के दौरान रविवार सुबह नीम का पेड़ छांग रहा युवक बिजली की 11 केवी लाइन की चपेट में आ गया। गंभीर हालत में उसे कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार रविवार सुबह पुलिस थाने में थानाधिकारी महावीर प्रसाद मीणा की अगुवानी में पुलिस टीम सफाई कर रही थी। इसी दौरान थाना परिसर में स्थित नीम के बड़े पेड़ की छंगाई का विचार आया। मौके पर कुल्हाड़ी लिए खड़े कुचेरा निवासी किशोर (35) पुत्र पूनाराम सांसी ने कहा कि वह नीम के पेड़ को छांग देगा, जिस पर उसे पेड़ छांगने में लगा दिया। थोड़ी देर में ही 11 केवी लाइन की चपेट में आने से करंट लगने से वह नीचे गिर गया। गंभीर अवस्था में उसे कस्बे के राजकीय चिकित्सालय लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दिनभर चलता रहा हंगामा
युवक की मौत की खबर सुनते ही कुचेरा व आसपास के गांवों से सांसी समाज के लोग मौके पर एकत्र हो गए। दिनभर अस्पताल के सामने भीड़ जुटी रही और आपसी समझाइश व वार्ताओं के बीच बार-बार हंगामा होता रहा। नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष भूराराम मिर्धा, पालिकाध्यक्ष तेजपाल मिर्धा, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजेंद्र डूकिया सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों व जनप्रतिनिधियों ने समझाइश के प्रयास किए, लेकिन शाम तक वार्ता सफल नहीं होने से मृतक का पोस्टमार्टम नहीं हो सका।

पुलिस अधिकारी रहे तैनात
कानून व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए मेड़ता पुलिस उपाधीक्षक राजेंद्र प्रसाद दिवाकर, सीओ अमराराम खोखर सहित पुलिस जाब्ता अस्पताल परिसर में तैनात रहा। जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ पुलिस अधिकारी भी बार-बार समाज के प्रबुद्ध लोगों से बातचीत कर समझाइश में लगे रहे, लेकिन बात नहीं बनी।

विधायक की मध्यस्थता से बनी बात
रविवार को दिनभर चले घटनाक्रम के बाद देर शाम मौके पर पहुंचे खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल की मध्यस्थता में पीडि़त परिवार को कुल दस लाख की आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी देने की बात पर सहमति बन गई। उसके बाद मृतक के परिजन शव लेने के लिए राजी हुए। सोमवार को उसका पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा। खींवसर विधायक द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुसार मृतक के परिवार को डिस्कॉम द्वारा पंाच लाख रुपए, पुलिस विभाग द्वारा तीन लाख, खींवसर विधायक द्वारा पचास हजार रुपए, पालिकाध्यक्ष तेजपाल मिर्धा की ओर से पचास हजार रुपए, नागौर सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व चौयरमेन महेन्द्र चौधरी व पूर्व पालिकाध्यक्ष पुखराज टाक की ओर से ५०-५० रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। वहीं नगरपालिका में परिवार के एक सदस्य को सफाईकर्मी के पद पर नौकरी देने का आश्वासन भी दिया गया।

यूं चला घटनाक्रम
रविवार सुबह साढ़े ९ बजे करीब करंट लगने से युवक की मौत। पुलिस उसे लेकर अस्पताल पहुंची। सूचना मिलने के साथ ही परिजन व समाज के लोग अस्पताल परिसर में एकत्र हुए। दोपहर में नगरपालिका अध्यक्ष तेजपाल मिर्धा, जिला परिषद सदस्य प्रेमसुख कड़वासरा, नागौर एसडीएम परसाराम टाक व संासी समाज के शिष्ठमंडल के बीच वार्ता का दौर शुरू हुआ, जिसमें मृतक के परिवार को चार लाख रुपए व नगरपालिका में नौकरी की बात हुई। लेकिन मृतक के आश्रितों ने शव लेने से मना कर दिया व कार्रवाई करने की मांग पर अड़े रहे। देर शाम पहुंचे खींवसर विधायक, महेन्द्र चौधरी, पुखराज टाक, एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष हनुमान बांगड़ा, सुनील बोथरा, दीनाराम डूकिया ने मृतक के परिजनों से मिलकर दस लाख रुपए व पालिका में नौकरी का आश्वासन दिया। जिस पर मृतक के परिजन शव उठाने को राजी हो गए।