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नागौर/खींवसर. पांचलासिद्धा में श्वानों ने एक हरिण पर हमला कर उसे घायल कर दिया। घायल हरिण दौड़ता हुआ एक खेत की तारबन्दी में फंस गया। बाद में वन्य जीव प्रेमियों ने प्राथमिक उपचार करवाकर उसे वन विभाग की टीम को सुपुर्द किया है। अखिल भारतीय बिश्रोई युवा संगठन के जिलाध्यक्ष मनीष बिश्रोई ने बताया कि पांचलासिद्धा के सिद्धों की ढाणी के एक खेत में हरिण पर श्वानों ने हमला कर दिया है। इसमें एक हरिण गम्भीर घायल हो गया है। वन्य जीव प्रेमियों ने वन विभाग के नागौर कंट्रोल रूम को सूचना दी। काफी इन्तजार के बाद वन विभाग की टीम के नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों ने निजी स्तर पर डॉ. सुभाष से हरिण का इलाज करवाया। रविवार शाम तक वन विभाग टीम नहीं पहुंचने पर दुलनाथ सिद्ध के घर पर हरिण को सुरक्षित रखवाया। वन्य जीव प्रेमियों ने बताया कि रविवार सुबह की सूचना देने के बाद टीम सोमवार सुबह पहुंची। दो दिन पहले रोहिणी में हुए हरिण शिकार मामले में रविवार को वन विभाग की टीम रोहिणी में थी, इस कारण वन विभाग टीम के पास वाहन अभाव के कारण पांचलासिद्धा नहीं पहुंची। इस मौके पर मनीष गोदारा, मनीष बिश्रोई, दुलनाथ सिद्ध, ई-मित्र संचालक दानाराम भाम्बु, अशोक बिश्रोई सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।
शिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग
नागौर. विश्नोई टाइगर्स वन्य एवं पर्यावरण संस्था एवं वन्य जीव प्रेमियों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर शिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। प्रदेश समन्वयक नरेश पूनिया, अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के पदाधिकारियों, वन्य जीव प्रेमी शंकरलाल विश्नोई, कैलाश समेत अन्य ने ज्ञापन में लिखा है कि गोगलाव रोड पर वन विभाग की भूमि पर तारबंदी के अभाव में वन्य जीव काल कवलित हो रहे हैं। यहां अधूरी तारबंदी को पूरा करवाया जाए। आवारा श्वानों से वन्य जीवों को बचाने के इंतजाम करने के साथ पंचायत समिति स्तर पर प्राथमिक रेस्क्यू सेंटर की व्यवस्था की जाए। ज्ञापन में पशु पालन विभाग, वन विभाग व वन्य जीव प्रेमियों की त्रेमासिक बैठक आयोजित करने, पंचायत स्तर पर प्राथमिक उपचार पेटी उपलब्ध करवाने, वन विभाग की गाड़ी का समुचित उपयोग वन्य जीवों के लिए ही करने, शिकार प्रकरण में संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज करने समेत अन्य मांगों को पूरा करने की मांग की गई है। गच्छीपुरा में बनबागरियों के डेरे हटाने की बात वन विभाग ने अपनी रिपोर्ट में लिखी है, जबकि आज भी उनके अस्थाई डेरे मौजूद है।
अधिकारी नहीं करते कार्रवाई
वन्य जीव पे्रमी शंकरलाल विश्नोई, रामसिंह राड़, राजेन्द्र, छोटूराम, रामनिवास समेत अन्य ने मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को ज्ञापन देकर वन्य जीव शिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में लिखा है कि ग्रामीणों व वन्य जीव प्रेमियों की ओर से गच्छीपुरा थाने में एफआईआर देने के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। क्षेत्र में कई स्थानों पर राष्ट्रीय पक्षी मोर व हरिण के शिकार की घटनाओं के बावजूद विभागीय अधिकारी व पुलिस शिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर औपचारिकता कर रहे हैं। ज्ञापन में पुलिस, वन विभाग व वन्य जीव प्रेमियों की टीम गठित कर हर दो माह में शिकारियों के डेरे की जांच करने व वन्य जीवों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था के लिए विभागीय अधिकारियों को पाबंद करने की मांग की गई है।
Published on:
08 May 2018 12:26 pm
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