
Truck crushes man in Gogelaw Of Nagaur, villagers jam road
नागौर. नागौर शहर के निकटवर्ती गोगेलाव कस्बे में राष्ट्रीय राजमार्ग-89 पर शनिवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे एक युवक को ट्रक चालक ने कुचल दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने हाईवे पर जाम लगा दिया। करीब 1 घंटे तक जाम लगाने के बाद प्रशासन एवं पुलिस मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों से समझाइश शुरू की। दो घंटे के बाद सुबह करीब सवा 9 बजे ग्रामीणों ने जाम खोला। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क के बीच डिवाइडर बनाने तथा कस्बे से बाहर बाइपास बनाने की मांग की। करीब साढ़े 10 बजे ग्रामीण व परिजन शव उठाने पर राजी हुए।
जानकारी के अनुसार नागौर के निकटवर्ती गोगेलाव गांव निवासी बाबूलाल पुत्र चंदणाराम व ऊंटवालिया निवासी हरजीराम पुत्र मेराराम मेघवाल गांव के पास हाइवे पर बने मंदिर के दर्शन कर वापस सड़क किनारे-किनारे लौट रहे थे। इस दौरान बीकानेर की ओर से आए ट्रक चालक ने उन्हें चपेट में ले लिया। जिससे बाबूलाल की घटना स्थल पर मौत हो गई, जबकि हरजीराम गंभीर घायल हो गया। दुर्घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा पुलिस व प्रशासन को जानकारी दी। काफी देर तक कोई नहीं पहुंचा तो ग्रामीणों ने हाइवे पर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे बाद नागौर वृत्ताधिकारी सुभाष मिश्रा, सदर थाना अधिकारी सुनील चारण, कोतवाली थानाधिकारी सुरेन्द्रसिंह जोधा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों से समझाइश शुरू की। ग्रामीणों ने बताया कि हाइवे कस्बे के बीच से निकलने के कारण हर वक्त हादसे की आशंका बनी रहती है तथा आए दिन हादसे होते हैं। ग्रामीणों ने जाम लगाने के बाद प्रदर्शन करते हुए सड़क पर टायर भी जलाए। इसके बाद शव के पास बैठ गए।
चाचा ने दी रिपोर्ट, मामला दर्ज
पुलिस के अनुसार मृतक बाबूलाल के चाचा नेमाराम ने रिपोर्ट देकर बताया कि शनिवार सुबह बाबूलाल व हरजीराम मंदिर जाकर वापस लौट रहे थे, जिन्हें बीकानेर की ओर से आ रहे अज्ञात ट्रक चालक ने लापरवाही व तेज गति से वाहन चलाते हुए चपेट में लिया। दुर्घटना में बाबूलाल की मौत हो गई।
दाह संस्कार के लिए एकत्र किए रुपए
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक गरीब परिवार से था, जिसकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। परिवार में बाबूलाल अकेला कमाने वाला था, इसलिए परिवार को मुआवजा दिया जाए तथा प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बनवाया जाए। परिजनों की स्थिति को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थित में मौके पर ही दाह संस्कार के लिए रुपए एकत्र किए गए। प्रशासनिक अधिकारियों ने नियमानुसार हर संभव सहायता दिलवाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद परिजन एवं ग्रामीण शव उठाने के लिए राजी हो गए।
तीन साल से अधूरा पड़ा है काम
गौरतलब है कि नागौर से बीकानेर के बीच हाइवे का पुनर्निर्माण करने का काम पिछले तीन साल से अधूरा पड़ा है। जोधपुर रोड से बीकानेर रोड को मिलाने के लिए बाइपास का काम भी अटका हुआ है।
Published on:
05 May 2018 01:03 pm
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