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एमपी में बनेगा नया डैम, इन गांवों के किसानों को मिलेगा फायदा, सरकार से मिली मंजूरी

New dam in Kudel River: एमपी सरकार ने कुडेल नदी पर बोरदिया डैम के निर्माण को स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह डैम नागदा क्षेत्र के किसानों के लिए वरदान की तरह साबित हो सकता है।

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नागदा

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Akash Dewani

Mar 24, 2025

construction of New dam in Kudel River in nagda

New dam in Kudel River: मध्य प्रदेश के नागदा क्षेत्र के किसानों के लिए बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। मध्य प्रदेश सरकार ने कुडेल नदी पर बोरदिया डैम के निर्माण को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस डैम के बनने से 12 गांवों की लगभग 300 हेक्टेयर भूमि सिंचाई योग्य हो जाएगी। डैम का निर्माण होने के बाद 4 से 5 किलोमीटर तक जल संग्रह रहेगा, जिससे पूरे साल किसानों को फसल की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। खासकर गर्मी के मौसम में किसानों को पानी की कमी से जूझना नहीं पड़ेगा।

4.25 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

बोरदिया डैम का निर्माण 4 करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से किया जाएगा। इसमें लगभग 1 एमसीएफटी (मिलियन क्यूबिक फीट) पानी का भंडारण होगा। डैम की लंबाई लगभग 80 मीटर और ऊंचाई 5.3 मीटर होगी। इससे 12 गांवों के किसान लाभान्वित होंगे और सिंचाई क्षेत्र में बड़ा विस्तार होगा।

भूमिपूजन में शामिल हुए जनप्रतिनिधि

रविवार को बोरदिया डैम निर्माण कार्य का भूमिपूजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया, नागदा-खाचरौद विधायक डॉ. तेजबहादुरसिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश धाकड़ सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट भी शामिल होने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त पर उनका दौरा रद्द हो गया। भूमिपूजन समारोह में सांसद और विधायक ने प्रदेश की भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और कहा कि किसी भी विकास कार्य को ठानना और उसे सफलतापूर्वक पूरा करना केवल भाजपा सरकार में ही संभव है।

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कुडेल नदी पर पहले से बने हैं 7 डैम

कुडेल नदी क्षेत्र में पहले से ही सात डैम श्रृंखलाबद्ध तरीके से बनाए जा चुके हैं। यह नदी क्षेत्र की सबसे छोटी नदी मानी जाती है और इन डैमों की मदद से जल संरक्षण को बढ़ावा मिला है।

रेलवे ने ऊंचाहेड़ा क्षेत्र में कुडेल नदी पर पहला डैम बनाया था। इसके बाद लोहचितारा में वरिष्ठ भाजपा नेता सत्यनारायण जटिया ने अपनी सांसद निधि से दूसरा डैम बनवाया। वर्ष 2013 से 2018 के बीच पांच अन्य डैम स्वीकृत किए गए। इनमें से पहला डैम आलोट विधानसभा क्षेत्र के नाथूखेड़ी गांव में बना था। दूसरा डैम गोठड़ा माताजी क्षेत्र के नीचे 3.61 करोड़ रुपये की लागत से बना, जिससे 210 हेक्टेयर भूमि सिंचित हो रही है। तीसरा डैम गोठड़ा माताजी के ऊपर 5.07 करोड़ रुपये से बना, जिससे 290 हेक्टेयर भूमि को पानी मिल रहा है। चौथा डैम ब्राह्मणखेड़ी में 1.68 करोड़ रुपये की लागत से बना, जिससे 165 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई का लाभ मिला।

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पूर्व सीएम ने की थी घोषणा

इन सभी डैमों के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बोरदिया डैम की घोषणा नवोदय विद्यालय के उद्घाटन समारोह में की थी। अब इस डैम के निर्माण से सिंचाई क्षेत्र में और विस्तार होगा। कुडेल नदी पर श्रृंखलाबद्ध डैम बनने से 1500 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई का रकबा बढ़ गया है। इसके अलावा, जलस्तर में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। पहले इस क्षेत्र में जलस्तर 1000 फीट से नीचे चला गया था, लेकिन अब स्थिति काफी बेहतर हो चुकी है।

इन गांवों को मिलेगा सीधा लाभ

बोरदिया डैम के निर्माण से नागदा विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों को सीधा लाभ मिलेगा। इनमें रुनखेड़ा, बोरदिया, थडोदा, दीपाखेड़ी, खंडवा, बटलावदी, नरेडीपाता, नरेडी हनुमानजी, पानवासा, भांडला, बेहलोला, घुडायन सहित अन्य गांव शामिल हैं।