
CG News: नारायणपुर जिले के ग्रामीणों ने जंगल से तेंदूपत्ता का संग्रहण का कार्य पूर्ण करने के बाद इसको प्राथमिक समिति के अंतर्गत फंड मुंशी के पास जमा कर दिया था। इससे तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि का भुगतान संबंधित व्यक्ति के खाते में जमा होना था। लेकिन 8 माह बीतने के बावजूद तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि खाते में जमा नहीं हो पाई है।
इससे एडका प्राथमिक समिति के 22 परिवार तेंदूपत्ता संग्रहण राशि के भुगतान को लेकर दर दर भटकने को मजबूर है। इससे 22 परिवारों ने तेंदूपत्ता संग्रहण राशि के भुगतान के लिए कलेक्टर को गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार जिले में 5 प्राथमिक समिति के अंतर्गत ग्रामीणों द्वारा जंगल से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य किया जाता है।
इससे ग्रामीण जंगल तेंदूपत्ता तोड़कर लाने के बाद इन पत्तों की गड्डिया बनाकर इसको फंड में जमा कर दी जाती है। इससे ग्रामीणों द्वारा जमा की गई तेंदूपत्ता की गड्डियो का लेखा-जोखा फंड मुंशियों के पास होता है। इससे फंड मुंशियों द्वारा दर्ज किए गए गड्डियो के हिसाब से तेंदूपत्ता संग्रहक को राशि का भुगतान बैंक खाते में किया जाता है।
तेंदूपत्ता संग्रहण कर इसको जमा करने के 8 माह बाद भी संग्राहकों को भुगतना नहीं हो पाया है। इनमें एडका प्राथमिक समिति के अंतर्गत विभिन्न गांव के 22 परिवार शामिल है। (chhattisgarh news) इनको करीब 1 लाख 96 हजार 249 रुपए का भुगतान लंबित पड़ा हुआ है। इससे 22 परिवार अपने भुगतान के लिए गुहार लगा रहे है। बावजूद भुगतान नहीं हो पाया है।
CG News: एडका प्राथमिक समिति के अंतर्गत 22 परिवारों को 8 माह बीतने के बावजूद 1 लाख 96 हजार 249 रुपए का भुगतान नहीं हो पाया है। इसमें तेरदुल 2, आमासरा 3, एडका 6, ताडोपाल 2, ईरको 3, लालसुनार 1, खुरपाई 2, पुंगारपाल, गरांजी, चिपरेल के 1-1 संग्राहक परिवार शामिल है। जिनको तेंदूपत्ता संग्रहन राशि का भुगतान किया जाना है। लेंकिन 8 माह बाद मेहताना पाने के लिए भटक रहे हैं।
Updated on:
08 Dec 2024 02:36 pm
Published on:
08 Dec 2024 02:35 pm
बड़ी खबरें
View Allनारायणपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
