6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हजारों ग्रामीणों के लिए बड़ी राहत, ओरछा सड़क निर्माण को मिली 54.74 करोड़ रुपये की स्वीकृति

CG News: वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि यह सड़क केवल कंक्रीट और डामर का ढांचा नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र की उम्मीदों, संघर्षों और विकास की नींव है।

2 min read
Google source verification
वनमंत्री के प्रयासों से मिला क्षेत्र को विकास का मार्ग (Photo source- Patrika)

वनमंत्री के प्रयासों से मिला क्षेत्र को विकास का मार्ग (Photo source- Patrika)

CG News: पल्ली-छोटेडोंगर-ओरछा मार्ग के 13 से 31 किमी तक के हिस्से के मजबूतीकरण और पुनर्निर्माण कार्य हेतु 54.74 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। यह निर्णय अबूझमाड़ से लेकर ओरछा और नारायणपुर के हजारों ग्रामीणों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है।

CG News: वनमंत्री के नेतृत्व में जनसंघर्ष लाया रंग

स्थानीय निवासी जगदीश के अनुसार, इस स्वीकृति के पीछे एक लंबा जनसंघर्ष है। जब भाजपा विपक्ष में थी, तब वर्तमान वनमंत्री एवं नारायणपुर विधायक केदार कश्यप के नेतृत्व में बार-बार धरना, प्रदर्शन और सरकार को ज्ञापन सौंपे गए। लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप यह बहुप्रतीक्षित मंजूरी मिल सकी।

विकास के नए रास्ते खुलेंगे: सड़क निर्माण से अबूझमाड़ जैसे दुर्गम क्षेत्र के लोगों को सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी। साथ ही, खनिज परिवहन के लिए भी एक स्थायी और मजबूत मार्ग उपलब्ध होगा। स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और शिक्षा, स्वास्थ्य तथा प्रशासनिक सेवाओं तक लोगों की पहुंच और अधिक सुलभ होगी।

54.74 करोड़ रुपये की इस प्रशासकीय स्वीकृति से न केवल एक जर्जर सड़क का कायाकल्प होगा, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

सड़क निर्माण, विकास की आधारशिला: केदार

CG News: वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि यह सड़क केवल कंक्रीट और डामर का ढांचा नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र की उम्मीदों, संघर्षों और विकास की नींव है। विपक्ष में रहते हुए हमने आवाज उठाई थी, आज उसे साकार करने का अवसर मिला है। उन्होंने इसे छत्तीसगढ़ सरकार की आदिवासी अंचलों के प्रति संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।

वर्षों पुरानी मांग को मिला जवाब

यह मार्ग वर्षों से अत्यंत जर्जर स्थिति में था, जिससे स्थानीय लोगों को परिवहन, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और व्यापार जैसी बुनियादी सुविधाओं तक पहुँचने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। अब सड़क के पुनर्निर्माण की स्वीकृति मिलने से क्षेत्रवासियों में उत्साह है।