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फर्जी कोर्ट, टोल बूथ, पीएमओ अफसर के बाद अब फर्जी कॉलेज, मध्य प्रदेश में चल रहा बड़ा कॉलेज घोटाला?

MP Fake College Case: शिवशक्ति कॉलेज के मामले में ग्वालियर के अरुण कुमार तिवारी ने एफआईआर दर्ज कराई थी। ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलगुरु अविनाश तिवारी सहित 17 प्रोफेसरों पर EOW ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था।

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भोपाल

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Ashib Khan

Jan 15, 2025

Fake college scam in MP

Fake college scam in MP

MP Fake College Case: मध्य प्रदेश में के बड़े कॉलेज घोटाले की बू आ रही है। ग्वालियर में एक ऐसे कॉलेज का पता चला है जो सालों से कागज पर चल रहा था। इस दौरान कई बार कॉलेज का फर्जी इन्सपेक्शन भी कर लिया गया। मौजूदा कुलपति ने भी एक बार इस कॉलेज का "निरीक्षण" किया था। शुरुआती जांच के बाद शक जताया जा रहा है कि इस फर्जी कॉलेज के जरिए छात्रवृत्ति के नाम पर भी करोड़ों रुपए निकाल कर सरकार को चूना लगाया गया है।

शिवशक्ति कॉलेज के नाम से चलाया जा रहा फर्जी कॉलेज

यह फर्जी कॉलेज जीवाजी विश्वविद्यालय से संबद्ध मुरैना की सबलगढ़ तहसील के झुंडपुरा में शिवशक्ति कॉलेज के नाम से चलाया जा रहा था। अब इसकी शिकायत आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW)में हुई है तो महकमे और शिक्षा माफिया के बीच हड़कंप है। बता दें कि इस देश में फर्जी पुलिस थाने, फर्जी टोल नाका और यहां तक कि फर्जी अदालत चलने के मामले सामने आ चुके हैं। हाल ही में गुजरात में फर्जी कोर्ट और टोल बूथ का भांडा फोड़ हुआ है। कुछ समय पहले गुजरात का एक ऐसा ठग पकड़ा गया था जो खुद को पीएमओ से जुड़ा बता कर जम्मू कश्मीर में सरकारी सुरक्षा और सुविधाओं के साथ घूमता हुआ पकड़ा गया था। अगस्त 2022 में बिहार में एक गैंग पकड़ा गया था जो आठ महीने से एसपी के बंगले से आधा किलोमीटर की दूरी पर एक होटल में फर्जी पुलिस स्टेशन चला रहा था।

'पहले भी उठाए गए सवाल'

फिलहाल जिस कॉलेज के फर्जी होने को लेकर सालों बाद कार्रवाई हुई है, उसे लेकर पहले भी सवाल उठाए जाते रहे हैं। पिछले साल सितंबर में भी तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने इस कॉलेज को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री पर सीधा निशाना साधा था। तब उन्होंने कहा था कि डॉ. नरोत्तम मिश्रा (तत्कालीन गृह मंत्री, मध्य प्रदेश) के बड़े भाई और जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के तत्कालीन कुलसचिव डॉ. आनंद मिश्रा के कार्यकाल में इस कॉलेज की शुरुआत हुई थी। यह फर्जी कॉलेज आज भी कागजों पर संचालित हो रहा है, जिसमें नियमों-कानूनों को धता बताकर पहले ही वर्ष बीसीए, बीए, बीएससी, बीकाम में कुल 830 छात्रों के प्रवेश की अनुमति दे दी गई। केके मिश्रा ने कहा था कि इस कॉलेज की संबद्धता के लिए किया गया निरीक्षण, प्रोफेसर या प्राचार्य कि नियुक्ति, छात्रों का दाखिला, स्कॉलरशिप, सब कुछ फर्जी है।

17 प्रोफेसरों पर दर्ज हुआ था केस

शिवशक्ति कॉलेज के मामले में ग्वालियर के अरुण कुमार तिवारी ने एफआईआर दर्ज कराई थी। ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलगुरु अविनाश तिवारी सहित 17 प्रोफेसरों पर EOW ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। कॉलेज के खिलाफ हुई शिकायत के बाद सरकार की ओर से मध्य प्रदेश के 750 निजी कॉलेजों की जांच करने के लिए कहा गया है। सभी जिलों से दे सप्ताह में इसकी रिपोर्ट मांगी गई है। राज्य के ग्वालियर और चंबल संभाग में ही करीब 400 ऐसे कॉलेज हैं जो जांच के दायरे में आएंगे। संभव है कि जांच में शिवशक्ति कॉलेज जैसे कई उदाहरण सामने आएं।

समिति के जरिए संचालित है कॉलेज

यह कॉलेज एक समिति के जरिये संचालित है। इस समिति का नाम और पता है- वैरभ शिक्षा प्रसार एवं समाज कल्याण समिति, सुनैरा रोड, सबलगढ़, जिला मुरैना, मध्य प्रदेश। इसके अध्यक्ष प्रीतम सिंह जादौन और सचिव रघुराज सिंह जादौन हैं। रघुराज सिंह जादोन सबलगढ़ के ही रहने वाले हैं। इनके पांच कॉलेज हैं। तीन तो मुरैना में ही हैं। एक शिवपुरी और एक श्योपुर में है। इन कॉलेज के नाम ये हैं-

  1. महाराणा प्रताप कॉलेज, गुलाली गांव, तहसील सबलगढ़, जिला मुरैना
  2. सुभाष कॉलेज, पहाडगढ़ तहसील कोलारस जिला मुरैना
  3. शिव शक्ति कॉलेज, झुंडपुरा तहसील सबलगढ़ जिला मुरैना
  4. शिव शंकर कॉलेज, सतनबाड बैराड़ जिला शिवपुरी
  5. डॉ. अंबेडकर कॉलेज, वीरपुर जिला श्योपुर

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