
बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति (फोटो- bjp.org)
BJP New President: भारतीय जनता पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में बीजेपी को नया अध्यक्ष अगले कुछ दिनों में मिलने की संभावना है, जबकि माना जा रहा है कि पार्टी को खरमास के बाद नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा।
दरअसल, हिंदू पंचांग के अनुसार, 16 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेगा। इस तिथि से खरमास की शुरुआत हो जाएगी। 16 दिसंबर से 14 जनवरी (मकर संक्रांति) खरमास चलेगा। मान्यता है कि इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। लिहाजा भाजपा यूपी में नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान 16 दिसंबर से पहले कर सकती है।
वहीं, पार्टी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले कम से कम 19 प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव आवश्यक हैं। अब तक 29 राज्य इकाइयों में चुनाव पूरे हो चुके हैं। लिहाजा, उत्तर प्रदेश में जल्द नया अध्यक्ष चुनना अनिवार्य नहीं है, लेकिन देश की राजनीति के लिहाज से यह अहम हो जाता है। पीएम मोदी यूपी के वाराणसी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से सांसद हैं।
यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस में दो नाम सबसे आगे चल रहे हैं। केंद्रीय वित्तीय राज्य मंत्री और महराजगंज से सांसद पंकज चौधरी और योगी सरकार में पशुपालन, दुग्ध विकास और पंचायती राज राज्य मंत्री धर्मपाल सिंह। पंकज चौधरी सात बार सांसद रह चुके हैं और पूर्वांचल में कुर्मी समुदाय के प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। 2027 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी पूर्वांचल में एक मजबूत चेहरा चाहती है, और पंकज चौधरी इस उम्मीद पर खरे उतरते हैं। दूसरी तरफ, धर्मपाल सिंह पिछड़े वर्ग से आते हैं और आगरा क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है।
धर्मेंद्र पधान: धर्मेंद्र प्रधान वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा मंत्री है। वह ओडिशा से आते हैं। जहां बीजेपी ने पहली बार अपने दम पर सरकार बनाई है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के भरोसेमंद माने जाते हैं। प्रधान OBC समुदाय से आते हैं। उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि ABVP से जुड़ी है। बीजेपी जिन जिन राज्यों के विधानसभा चुनाव में मुश्किल में नजर आई, केंद्रीय हाईकमान ने धर्मेंद्र को उस राज्य का चुनाव प्रभारी बनाकर भेजा। इसका सकारात्मक परिणाम भी पार्टी को देखने को मिला। बीजेपी ने हरियाणा और बिहार में जीत दर्ज की।
भूपेंद्र यादव: केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव का नाम भी अध्यक्ष पद की रेस में आगे चल रहा है। भूपेंद्र यादव की पृष्ठभूमि संगठन से जुड़ी हुई है। उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियों को संभाला है। इसके साथ ही, उन्हें भी पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का खास बताया जाता है।
शिवराज सिंह चौहान: भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर शिवराज सिंह चौहान का नाम आगे चल रहा है। शिवराज मोदी सरकार में कृषि मंत्री हैं। वह चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। वह 6 बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। शिवराज का पार्टी संगठन में अच्छी पकड़ मानी जाती है। वह OBC कैटेगरी से आते हैं। RSS के साथ भी शिवराज के अच्छे संबंध हैं।
सुनील बंसल: सुनील बंसल ने 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी और 2017 विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने इन दोनों चुनावों में बीजेपी को कामयाबी दिलाई। ओडिशा, तेलंगाना और बंगाल में पार्टी की कामयाबी का सहरा इनके सिर बंधा। उनकी भी RSS के साथ अच्छी नजदीकी मानी जाती है।
मनोहर लाल खट्टर: मनोहर लाल खट्टर मोदी कैबिनेट में शहरी कार्य मंत्री हैं। वह दो बार हरियाणा के सीएम रह चुके हैं। उनकी सांगठनिक पकड़ मजबूत मानी जाती है। पीएम मोदी और संघ से भी खट्टर के संबंध काफी अच्छे हैं। ऐसे में वह भी नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं।
इनके चारों नामों के अलावे तमिलनाडु से आने वाली वानति श्रीनिवासन, तमिलिसाई सौंदर्यराजन और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम व TDP संस्थापक एन.टी. रामाराव (NTR) की बेटी डी. पुरंदेश्वरी का नाम भी भाजपा अध्यक्ष पद के लिए चल रहा है। तीनों महिलाएं दक्षिण से आती हैं। पार्टी दक्षिण में अपनी पैठ बनाने में जुटी हुई हैं।
बीजेपी के संविधान के मुताबिक पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष वही व्यक्ति बन सकता है, जो कम से कम 15 वर्षों तक पार्टी का सदस्य रहा हो। राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव निर्वाचक मडंल करता है। जिसमें राष्ट्रीय परिषद के सदस्य और प्रदेशों के सदस्य शामिल हैं। निर्वाचक मंडल में से कोई बीस सदस्य राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति के नाम का संयुक्त रूप से प्रस्ताव पेश कर सकते हैं।
Published on:
12 Dec 2025 11:06 am
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