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नए साल से पहले कोरोना ने बढ़ाई चिंता: एक दिन में आए सैकड़ों केस, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

भारत में पिछले 24 घंटों में 116 नए कोरोनोवायरस मामलों की वृद्धि देखी गई, जिससे सक्रिय संख्या 4,178 हो गई।

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COVID-19 JN.1 Variant Updates: भारत में चल रहे त्योहारी सीजन के बीच कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे है। देश में अब तक कोविड-19 सब-वेरिएंट जेएन.1 के कुल 63 मामले सामने आए हैं। इस बीच, भारत में पिछले 24 घंटों में 116 नए कोरोनोवायरस मामलों की वृद्धि देखी गई, जिससे सक्रिय संख्या 4,178 हो गई। देश की राजधानी दिल्ली, राजस्थान, असम, कर्नाटक सहित कई राज्यों में रोजाना नए नए केस दर्ज किए जा रहे है। बदलते मामलों के बीच राजस्थान में चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोना को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। मंगलवार को प्रदेश में सभी अस्पतालों में मॉकड्रिल की जाएगी और अस्पतालों में संसाधनों की जांच होगी।


24 घंटों में 116 नए कोरोनो के मामले

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के कुल 116 नए मामले सामने आए। कर्नाटक में संक्रमण से तीन मौतें हुईं। केरल से 24 घंटे में एक मौत की खबर आई है। ताजा मामलों की संख्या के साथ मंगलवार को देश में सक्रिय मामले 4,170 हो गए है, जबकि वायरल बीमारी के कारण मरने वालों की कुल संख्या 5,33,337 तक पहुंच गई।

सब-वेरिएंट जेएन.1 के 63 मामले

भारत में अब तक कोविड-19 सब-वेरिएंट जेएन.1 के कुल 63 मामले सामने आए हैं। इनमें से नए स्ट्रेन के सबसे ज्यादा 34 केस गोवा में मिला है। इसके बाद महाराष्ट्र में नौ मामले, कर्नाटक में आठ, केरल में छह, तमिलनाडु में चार और तेलंगाना में दो मामले दर्ज किए गए है।

JN.1 के लक्षण क्या हैं?

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के मुताबिक, सामान्य कोविड-19 लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सांस लेने में कठिनाई, थकान, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, स्वाद या गंध की हानि, गले में खराश, भीड़, नाक बहना, मतली, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण है। यह किसी व्यक्ति पर कितने लक्षण नजर आते है, यह उसकी इम्यूनिटी और ओवरऑल हेल्थ पर निर्भर है।

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जानिए कितना खतरनाक JN.1

जेएन.1 बीए.2.86 से जुड़ा है जो ओमिक्रॉन का एक वंशज है। एक्सपर्ट के मुताबिक यह कितना खतरनाक होगा इसके बारे में एक्सपर्ट पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। सीडीसी के मुताबिक इसके बढ़ते मामलों को देख कर माना जा रहा है कि यह वायरस ज्यादा आक्रामक है। हालांकि इसे इम्यून सिस्टम से आसानी से बच सकता है। हेल्‍थ एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, वायरस मजबूत होने के लिए म्यूटेट होता है और यह प्रोसेस जारी रहेगी। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इसकी संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।

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