
Explainer: अमरीकी साइबर सिक्योरिटी फर्म क्राउडस्ट्राइक के एक माइक्रोसॉफ्ट अपडेट में बग के कारण शुक्रवार को दुनिया में अफरातफरी मच गई। शुक्रवार की सुबह तक, बहुत से लोगों ने क्राउडस्ट्राइक के बारे में या तो सुना ही नहीं था - या इसके बारे में सोच भी नहीं रहे थे। लेकिन जब उड़ानें रद्द कर दी गईं, प्रसारण बंद हो गए, ट्रेनें नहीं चलीं और दुनिया भर में चिकित्सा प्रक्रियाओं में देरी हुई, तो इसका नाम इंटरनेट पर तेजी से फैल गया। जानते हैं क्या है क्राउडस्ट्राइक…
अमरीका के ऑस्टिन, टैक्सास में 2011 में बनी क्राउडस्ट्राइक एक क्लाउड आधारित साइबर सिक्याेरिटी फर्म है जो दुनिया भर में कंपनियों को साइबर सुरक्षा सेवाएं देती हैं। इसके सॉफ्टवेयर का उपयोग दुनिया भर के कई उद्योगों द्वारा हैकर्स और बाहरी उल्लंघनों से सुरक्षा के लिए किया जाता है।
क्राउडस्ट्राइक अपने सुरक्षा सॉफ़्टवेयर को स्वचालित रूप से और चुपचाप अपडेट करता है। शुक्रवार सुबह इसके फाल्कन सेंसर सॉफ्टवेयर के गलत अपडेट के कारण माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाली मशीनें क्रैश हो गईं।
एक्स पर क्राउडस्ट्राइक के सीईओ जॉर्ज कुर्ट्ज ने कहा कि शुक्रवार को आउटेज सुरक्षा में सेंध या साइबर हमला नहीं था।
सॉफ्टवेयर का अपडेट समाधान कंप्यूटरों को भेज दिया गया है, लेकिन अमरीकी साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ लुकाज ओलेनिक ने कहा कि दिक्कत जारी रह सकती है क्योंकि यह स्पष्ट नहीं है कि पहले से प्रभावित कंप्यूटरों को कैसे ठीक किया जाए।
क्राउडस्ट्राइक ने 2014 में चीनी हैकरों के हमले को विफल किया और सोनी पिक्चर्स की साइबर सुरक्षा में सेंध का पता लगाया। लेकिन 2016 के अमरीकी चुनाव में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के डेटा उल्लंघन की जांच से पता चला था कि रूसी हैकरों ने क्राउडस्ट्राइक की साइबर सिक्योरिटी में सेंध लगाई थी।
Updated on:
20 Jul 2024 11:07 am
Published on:
20 Jul 2024 08:29 am
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