
नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस ( Punjab Congress ) में सब कुछ ठीक नहीं है। गुरु पर्व पर करतारपुर कॉरिडोर ( Kartarpur Sahib Corridor ) खुलने का स्वागत तो सभी ने एक सुर में किया, लेकिन गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में माथा टेकने जाने के मामले में फिर टकराव की बात सामने आ गई। दरअसल पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के नेतृत्व में एक जत्था गुरुवार को करतार गुरद्वारा साहिब (Kartarpur Gurudwara Sahib) जाएगा।
उनके साथ उनके कई मंत्रियों, विधायकों के साथ कुछ अधिकारी भी जाएंगे, लेकिन पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) इस जत्थे में शामिल नहीं होंगे।
अथॉरिटी ने पंजाब सरकार के 14-14 लोगों के जत्थे को करतारपुर साहिब जाने की इजाजत दी है। ऐसे में इन लोगों में सिद्धू का नाम शामिल नहीं है। बताया जा रहा है कि अब नवजोत सिंह सिद्धू तीसरे जत्थे में करतारपुर साहिब के दर्शन 20 नवंबर को कर सकेंगे।
सीएम चरणजीत चन्नी गुरुवार को अपनी कैबिनेट के साथ करतारपुर साहिब माथा टेकने जाएंगे लेकिन पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू को आधिकारिक तौर पर इस जत्थे का हिस्सा नहीं होने की जानकारी दी गई है।
सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर दल्ला ने दावा किया है कि सिद्धू को आधिकारिक तौर पर सूचित कर दिया गया है कि वह 18 नवंबर को करतापुर नहीं जा सकेंगे। इसकी बजाय उन्हें 20 नवंबर को जाने की इजाजत दी गई है।
उन्होंने कहा कि सिद्धू को पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों के साथ जाना था। उन्होंने पूरी तैयारी भी कर ली थी। ऐसे में सिद्धू को ना जने के पीछे भी पार्टी की अंदरुनी कलह को बताया जा रहा है।
ये लोग होंगे जत्थे में शामिल
श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर से सड़क के रास्ते जाने वाले पहले जत्थे के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के साथ भाजपा नेताओं का जत्था गुरुवार सुबह पाकिस्तान रवाना होगा।
जत्थे में सुखवंत सिंह धनौला, जसविंदर सिंह ढिल्लों, एसएस चन्नी, हरजीत सिंह ग्रेवाल, बिक्रमजीत सिंह चीमा, राजिंदर मोहन सिंह छीना, जीवन गुप्ता, डॉ. सुभाष शर्मा, तीक्ष्ण सूद, शिवबीर सिंह राजन, मंजीत सिंह राय व केडी भंडारी शामिल होंगे।
कोरोना प्रोटोकॉल का करना होगा पालन
करतारपुर जाने के लिए कोविड प्रोटोकॉल (Kartarpur Sahib Corridor COVID Protocols) का पालन करना होगा। उन लोगों को ही पाकिस्तान में जाने की अनुमति मिलेगी, जिनको वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी होंगी। साथ ही जो भी श्रद्धालु पवित्र दर्शन के लिए जा रहे हैं, उनको अपने साथ आरटीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट ले जानी होगी। ये रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए।
Published on:
18 Nov 2021 10:19 am
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