
कोरोना काल में बिहार लौटे युवकों के लिए बन रही योजना, प्रदेश में ही रोजगार मुहैया कराएगी नीतीश सरकार
कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया को भारी आर्थिक झटका लगा। कोरोना संक्रमण के फैलते खतरों ने लोगों को बेरोजगारी की ओर धकेलने की कोशिश की है। दूसरे प्रदेशों में काम करनेवाले मजदूर कोरोना संक्रमण के कारण अपने घरों को लौटने के लिए मजबूर हो गए। इसी कड़ी में अपना रोजगार खो चुके बिहार से बाहर रह रहे मजदूर जो वापस अपने प्रदेश लौट चुके हैं उनके लिए नीतीश सरकार गंभीर नजर आ रही है।
नीतीश सरकार प्रदेश में रोजगार प्रदान करनाने की योजना पर काम कर रही है। प्रदेश में लौटे इन युवकों को ट्रैकिंग कराने की योजना बन रही है ताकि इनकी संख्या का सही अनुमान लगाया जा सके। युवकों को उनके हुनर के हिसाब से रोजगार मुहैया कराया जा सके. इसमें से कुशल और अकुशल श्रमिकों की संख्या का आंकलन किया जाएगा और फिर उनकी स्किल के अनुसार उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
इस योजना के तहत बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने बताया कि बिहार से बाहर काम करने वाले मजदूर जो वापस प्रदेश में आए हैं या जो कहीं अभी भी बाहर काम कर रहे हैं सरकार उनकी ट्रैकिंग कराएगी। इस काम के लिए सरकार एक पोर्टल का निर्माण करवाएगी, जिसके बाद युवकों को उनके हुनर के अनुसार रोजगार मुहैया करवाया जाएगा।
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लोगों को बिहार सरकार की तरफ से सीएम उद्यमी योजना के तहत रोजगार मुहैया कराए जाने की कवायद को तेज कर दिया गया है। अब तक लगभग 16 हजार लोगों का चयन किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि इस योजना में लगभग 60 हजार युवकों को रोजगार मिलेगा, जिनको 10 लाख रुपये की रकम देकर काम शुरू कराया जाएगा।
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Published on:
01 Apr 2022 04:19 pm
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