नीतीश सरकार प्रदेश में रोजगार प्रदान करनाने की योजना पर काम कर रही है। प्रदेश में लौटे इन युवकों को ट्रैकिंग कराने की योजना बन रही है ताकि इनकी संख्या का सही अनुमान लगाया जा सके। युवकों को उनके हुनर के हिसाब से रोजगार मुहैया कराया जा सके. इसमें से कुशल और अकुशल श्रमिकों की संख्या का आंकलन किया जाएगा और फिर उनकी स्किल के अनुसार उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
इस योजना के तहत बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने बताया कि बिहार से बाहर काम करने वाले मजदूर जो वापस प्रदेश में आए हैं या जो कहीं अभी भी बाहर काम कर रहे हैं सरकार उनकी ट्रैकिंग कराएगी। इस काम के लिए सरकार एक पोर्टल का निर्माण करवाएगी, जिसके बाद युवकों को उनके हुनर के अनुसार रोजगार मुहैया करवाया जाएगा।
लोगों को बिहार सरकार की तरफ से सीएम उद्यमी योजना के तहत रोजगार मुहैया कराए जाने की कवायद को तेज कर दिया गया है। अब तक लगभग 16 हजार लोगों का चयन किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि इस योजना में लगभग 60 हजार युवकों को रोजगार मिलेगा, जिनको 10 लाख रुपये की रकम देकर काम शुरू कराया जाएगा।