
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के टोल प्लाजा का वीडियो वायरल (फोटो- एआई जनरेटेड)
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के टोल पर खड़ी कार में रोमांस करते हुए एक कपल के प्राइवेट पलों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में पुलिस ने टोल प्लाजा पर लगे एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) के एक पूर्व कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है। खबरों के अनुसार, आशुतोष सरकार नामक इस पूर्व मैनेजर ने सीसीटीवी की मदद से कपल का वीडियो रिकॉर्ड किया और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे वसूली की और वीडियो भी वायरल कर दिया। अब इस मामले में आशुतोष ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए खुद पर लगे आरोपों का खंडन किया है।
दरअसल 25 दिसंबर को इस टोल से जा रही एक गाड़ी में बैठे नवविवाहित जोड़े के रोमांस और प्राइवेट पलों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। 2 दिसंबर को इस मामले में सीएम योगी, सुल्तानपुर डीएम-एसपी को लिखित में शिकायत दी गई और इसमें आशुतोष पर वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया गया। इसके अनुसार, आशुतोष ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से कपल का वीडियो बनाया और फिर उसके जरिए उन्हें ब्लैकमेल करके 32 हजार रुपये वसूले। इस शिकायत में इस मामले के अलावा इस तरह की तीन और घटनाओं का भी जिक्र किया गया।
मामला सामने आते ही टोल प्लाजा का काम संभाल रही सुपर-वेव कम्युनिकेशन एंड इंफ्रा सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ने बैक डेट में आशुतोष को टर्मिनेट कर दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और 9 दिसंबर को आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया गया। आशुतोष के साथ साथ इस मामले में टोल प्लाजा पर काम करने वाले सिस्टम टेक्नीशियन आशुतोष तिवारी, ट्रैफिक मैनेजर शशांक शेखर और सिस्टम इंजीनियर प्रमोद कुमार का भी नाम सामने आया है और उन्हें भी कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया है।
पुलिस पूछताछ के दौरान आशुतोष ने खुद पर लगे सभी आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि यह सब उसे फंसाने के लिए किया गया है। आशुतोष ने दावा किया कि जिस दिन का यह वायरल वीडियो है उस दिन मैं ड्यूटी पर ही नहीं था। मेरी जगह वहां मेरे विभाग के दो-तीन लोग थे और उन्हीं में से किसी ने यह वीडियो वायरल किया है। आशुतोष ने कहा कि मुझ पर इसका दोष डालकर मुझे फंसाया जा रहा है। टोल प्लाजा का प्रशासन पहले से मुझे हटाने की साजिश रच रहा था और इसी के तहत यह पूरा खेल रचा गया है। आशुतोष ने आरोप लगाया कि, लोकल लॉबी नहीं चाहती मैं यहां रहूं और वहीं लोग इस मामले को मोड़ कर मुझे फंसा रहे हैं।
आशुतोष ने बताया कि ढाई साल में ऐसे हजारों मामले आए हैं लेकिन कभी कोई वीडियो लीक नहीं हुआ। यह काम मेरे साथ काम करने वालों ने किया है और मुझ पर आरोप लगा दिया। उसने बताया कि उसके अलावा तीन और लोगों के पास वीडियो का एक्सेस रहता था। इन्हीं लोगों में ट्रैफिक मैनेजर शशांक शेखर शामिल है जिसने एक अन्य व्यक्ति को यह वीडियो देने की बात स्वीकार की है। आशुतोष ने कहा कि यह वीडियो शशांक ने ही वायरल किया है और उसने यह बात खुद उसे बताई है। आशुतोष ने पुलिस को एक ऑडियो भी सुनाया जिसमें शशांक यह कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि हां मैंने यह वीडियो एक ड्राइवर को दिया है लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि वह इसे वायरल नहीं करेगा।
Published on:
10 Dec 2025 03:06 pm
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