
राहुल गांधी (Photo-IANS)
Rahul Gandhi attacks Dattatreya Hosabale: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले द्वारा संविधान की प्रस्तावना से 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द हटाने की वकालत करने के बाद देश में सियासी घमासान मच गया है। इस बयान पर विपक्ष ने RSS और भाजपा को घेरते हुए तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर बड़ा आरोप लगाया कि RSS-BJP को संविधान नहीं, मनुस्मृति चाहिए।
राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, RSS का नकाब फिर उतर गया। संविधान इन्हें चुभता है क्योंकि वो समानता, धर्मनिरपेक्षता और न्याय की बात करता है। ये बहुजनों और गरीबों से उनके अधिकार छीनकर उन्हें दोबारा गुलाम बनाना चाहते हैं। संविधान जैसा ताक़तवर हथियार उनसे छीनना इनका असली एजेंडा है। राहुल गांधी ने चेतावनी दी कि RSS को यह सपना देखना बंद करना चाहिए, हम उन्हें कभी सफल नहीं होने देंगे। हर देशभक्त भारतीय आखिरी दम तक संविधान की रक्षा करेगा।
दरअसल, गुरुवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दत्तात्रेय होसबाले ने कहा था कि 1976 में आपातकाल के दौरान 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्दों को जबरन संविधान में जोड़ा गया था और अब वक्त आ गया है कि इन्हें हटाया जाए। उन्होंने कहा, बाबा साहेब आंबेडकर ने जो संविधान बनाया, उसकी प्रस्तावना में ये शब्द नहीं थे। आपातकाल में जब मौलिक अधिकार निलंबित कर दिए गए, न्यायपालिका पंगु हो गई थी, तब ये शब्द जोड़े गए। इस पर विचार होना चाहिए कि क्या इन्हें प्रस्तावना में रहना चाहिए।
इस बयान के बाद कांग्रेस ने भी RSS-BJP पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि “यह बाबा साहेब के संविधान को नष्ट करने की साजिश है, जिसे RSS-BJP लंबे समय से रच रहे हैं।” कांग्रेस ने दावा किया कि जब संविधान लागू हुआ था, तब RSS ने इसका विरोध किया था और इसकी प्रतियां जलाई थीं। कांग्रेस ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी भाजपा नेता खुलकर कह रहे थे कि उन्हें संविधान बदलने के लिए 400 सीटों की जरूरत है और अब वे फिर अपनी साजिश में लग गए हैं।
Updated on:
27 Jun 2025 09:10 pm
Published on:
27 Jun 2025 08:56 pm
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