सोमवार को अपने ट्वीट में राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से तीन मई को घोषित ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ नहीं करने की अपील की है, ताकि ईद के त्योहार के दौरान कोई सामाजिक तनाव न पैदा हो। गौरतलब है कि रविवार को औरंगाबाद में राज ठाकरे ने कहा था कि चार मई से उन्हें मस्जिदों से लाउडस्पीकर की आवाज नहीं सुनाई देनी चाहिए। नहीं तो मस्जिदों के सामने दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा पढ़ी जाएगी।
अब राज ठाकरे का बयान आया है। इसमें उन्होंने कल मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने का प्लान कैंसिल कर दिया है। राज ठाकरे ने कहा कि कल ईद है। मुस्लिम समाज का ये त्योहार खुशी से मनाया जाए। कल कोई भी MNS कार्यकर्ता हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करेगा। इसके साथ ही कहा कि लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा पढ़ने के 4 मई के अल्टीमेट पर वह आगे बताएंगे कि क्या करना है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “कल ईद है। मैंने इस बारे में कल संभाजीनगर की बैठक में बात की है। मुस्लिम समुदाय के इस त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाना चाहिए। अक्षय तृतीया की तरह अपने त्योहार के दिन कहीं भी महा आरती न करें जैसा कि पहले तय किया गया था। बैन का विषय धार्मिक नहीं बल्कि सामजिक है, हम इसके बारे में वास्तव में क्या करना चाहते हैं, मैं कल अपने ट्वीट के जरिए आपके सामने पेश करूंगा।”
आपको बता दें, महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर विवाद शुरू हुआ था और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को तीन मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम देने के साथ ही यह चेतावनी दी थी कि, ”अगर लाउडस्पीकल नहीं हटाए गए तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएंगे।”