
बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग से जुड़े मामले में गैंगस्टर्स आमने-सामने।
Disha Patani Case: बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर फायरिंग करने वाले दो शूटरों के एनकाउंटर के बाद अपराधी गिरोहों के बीच तनाव फैल गया है। बुधवार की रात दो शूटर्स के साथ एसटीएफ की मुठभेड़ के बाद रोहित गोदारा ने बदला लेने की धमकी दी थी। अब लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने रोहित गोदारा की धमकी पर पलटवार किया है। दरअसल, गुरुवार को रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि बरेली में मारे गए उनके दो ‘शूटर्स’ को शहीद कर दिया गया है और वह इसका बदला लेंगे। गोदारा ने अपनी पोस्ट में उन मुठभेड़ों को ‘एनकाउंटर’ नहीं बल्कि ‘सनातन की हार’ करार दिया और आरोप लगाया कि धार्मिक नाम लेकर कुछ लोग तुष्टिकरण और व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए काम कर रहे हैं। गोदारा के इस कदम के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग एक्टिव हो गया है। शुक्रवार को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का अहम सदस्य हरि बॉक्सर ने रोहित गोदारा की धमकी पर प्रतिक्रिया दी।
HT की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को रोहित गोदारा की धमकी वाली फेसबुक पोस्ट का जवाब देते हुए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक प्रमुख सदस्य हरि बॉक्सर (हरिचंद) ने अपनी प्रतिक्रिया दी। हरि बॉक्सर ने रोहित गोदारा को ‘गद्दार’ कहा और आरोप लगाया कि रोहित को पहले ही उनके ग्रुप से निकाला जा चुका है। बॉक्सर ने फेसबुक पर लिखा "समाज के कुछ जयचंद आज एक महान योगी जिन्होंने पूरे भारतवर्ष के युवाओं के मन एवं आत्मा में हिन्दुत्व की ज्वाला उत्पन्न की उनको सनातन धर्म का ज्ञान देने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे ग्रुप का नाम लेकर युवाओं को बरगलाने के लिए हमारे समाज की बहन बेटियों को अपमानित और डराने की कोशिश कर रहे हैं।"
बॉक्सर ने आगे लिखा "अगर कोई सनातन धर्म पर उंगली उठाता है तो इसका जवाब हर हिंदू देना जानता है। किसी गद्दार के ज्ञान की आवश्यकता नहीं है। सभी भाइयों को सूचित किया जाता है कि गद्दारों के बहकावे में आकर अपना नुकसान न करवाए। इन लोगों को सिर्फ अपना जेब खर्च चलाना है और इन्हीं हरकतों के कारण इनको ग्रुप से लात मारकर निकाला गया है।" लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप का खास मेंबर हरि बॉक्सर का असली नाम हरिचंद है। वह राजस्थान के अलवर जिले के बांसूर थाना क्षेत्र के चितरपुरा गांव का रहने वाला है।
दरअसल, 12 सितंबर की आधी रात के आसपास बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित पैतृक घर पर फायरिंग हुई थी। पुलिस के अनुसार बरेली स्थित घर में दिशा पाटनी की बड़ी बहन खुशबू पाटनी, उनके पिता तथा अन्य परिजन रहते हैं। घटना से एक दिन पहले यानी 11 सितंबर की रात भी उसी घर पर गोली चली थी। शुरुआती जांच में 11 सितंबर की वारदात का संबंध बागपत के नकुल और विजय से जोड़ा गया, जिनके बारे में पुलिस ने गोल्डी बराड़ गिरोह के सदस्य बताये हैं। 12-13 सितंबर की रात हुए चौतरफा हमले की साजिश की जिम्मेदारी कुछ गिरोहों ने ली थी। इसके बाद पुलिस और एसटीएफ एक्टिव हो गई थी।
इसके बाद दिल्ली पुलिस और यूपी एसटीएफ ने गाजियाबाद की ट्रोनिका सिटी में दो शूटर्स रविंद्र और अरुण का एनकाउंटर कर दिया। इसके बाद रोहित गोदारा ने दोनों शूटर्स को शहीद बताते हुए बदला लेने का ऐलान किया था। विशेषज्ञों का कहना है कि हाई-प्रोफाइल हमलों के बाद गिरोहों की जुबानी खींचतान और धमकियां सामाजिक तनाव बढ़ा सकती हैं। बहरहाल, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दो नाबालिग शूटरों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस उनसे पूछताछ के साथ मामले पर पूरी नजर बनाए हुए है। साथ ही संदिग्धों के नेटवर्क के संबंध में सबूत भी जुटा रही है।
Updated on:
19 Sept 2025 02:14 pm
Published on:
19 Sept 2025 02:13 pm
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