
BJP Candidate Delhi Elections: दिल्ली की जनकपुरी विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी ने इस बार नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारा है। पांच बार लगातार भाजपा के कब्जे में रहने वाली जनकपुरी विधानसभा सीट फिलहाल आप के पास है। साल 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी से राजेश ऋषि लगातार जनकपुरी से विधायक हैं। हालांकि इस बार आम आदमी पार्टी ने राजेश ऋषि का टिकट काट दिया और प्रवीण कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है। प्रवीण पहली बार विधायकी का चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरी ओर जनकपुरी से लगातार पांच बार विधायक बनने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो. जगदीश मुखी अब सक्रिय राजनीति में नहीं हैं।
ऐसे में जनकपुरी से टिकट पाने के लिए कई भाजपा नेता लाइन में लगे हैं। इसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता आशीष सूद से लेकर पूर्व मेयर नरेंद्र चावला तक के नाम शामिल हैं। चर्चा ये भी है कि भाजपा इस बार यहां नए चेहरे पर दांव लगा सकती है। तीन जनवरी को दिल्ली में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी दिल्ली में चुनावी बिगुल फूकेंगे। पीएम मोदी दिल्ली में ताबड़तोड़ दो रैलियां करेंगे। भाजपा सूत्रों की मानें तो पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की सूची लगभग तैयार कर ली है। दिल्ली में चुनावी कार्यक्रम की घोषणा से पहले भाजपा इसे सार्वजनिक कर सकती है।
अगर हम साल 2020 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो जनकपुरी सीट पर भाजपा को वोट प्रतिशत में बढत मिली, लेकिन चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले साल 2015 में दिल्ली की जनकपुरी विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी से राजेश ऋषि और भाजपा से प्रो. जगदीश मुखी के बीच चुनावी मुकाबला था। इसमें राजेश ऋषि को 57.72 प्रतिशत वोट मिले थे। जबकि प्रो. जगदीश मुखी को 37.15 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए। जबकि साल 2020 में भाजपा ने आशीष सूद को प्रत्याशी बनाया। इसके बाद आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राजेश ऋषि को 54.43 प्रतिशत वोट मिले। जबकि भाजपा प्रत्याशी आशीष सूद को 42.48 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए। ऐसे में यहां भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ गया।
दिल्ली की जनकपुरी विधानसभा सीट दो हिस्सों में बंटी है। यानी जनकपुरी विधानसभा सीट को पंखा रोड दो हिस्से में बांटती है। जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र का एक हिस्सा पंखा रोड के एक तरफ पूरी तरह नियोजित है। जबकि दूसरी ओर का ज्यादातर क्षेत्र बिखरा हुआ और घनी आबादी वाला है।
जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र में नगर निगम के तीन वार्ड जनकपुरी साउथ, जनकपुरी वेस्ट और महावीर एंक्लेव हैं। इनमें से जनकपुरी साउथ और जनकपुरी वेस्ट में भाजपा की पार्षद हैं। जबकि महावीर एंक्लेव में आम आदमी पार्टी से प्रवीण राजपूत पार्षद है। इसके अलावा जनकपुरी विधानसभा सीट पर पूर्वांचली मतदाताओं को निर्णायक माना जाता है। जबकि पंजाबी समुदाय के मतदाताओं का भी चुनाव में अहम रोल होता है।
इस सीट पर कांग्रेस को कभी भी जीत नहीं मिली। साल 2020 में कांग्रेस ने यहां से राधिका खेड़ा को चुनावी मैदान में उतारा था। इस चुनाव में राधिका को सिर्फ दो हजार वोट ही मिल सके और वह तीसरे स्थान पर रहीं थीं। इससे पहले साल 2015 में इस सीट से कांग्रेस ने वरिष्ठ भाजपा नेता प्रो. जगदीश मुखी के दामाद सुरेश कुमार को प्रत्याशी बनाया। जबकि आम आदमी पार्टी ने यहां से राजेश ऋषि को चुनावी मैदान में उतारा। साल 2015 में राजेश ऋषि और प्रो. जगदीश मुखी के बीच सीधे मुकाबले में राजेश ऋषि को जीत मिली। यानि राजेश ऋषि ने ससुर और दामाद दोनों को शिकस्त देकर जीत हासिल की। इससे पहले साल 2013 के चुनावों में कांग्रेस ने यहां से रागिनी नायक को टिकट दिया था। रागिनी को भी हार का सामना करना पड़ा था।
दिल्ली की जनकपुरी विधानसभा एक ओर पॉश कॉलोनियों से सुसज्जित है। दूसरी ओर काफी संख्या में अवैध कॉलोनियां यहां का मुद्दा हैं। जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र के जातीय समीकरणों पर नजर डालें तो यहां मिली-जुली जनसंख्या देखने को मिलती है। साल 2011 की जनगणना के अनुसार, जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र में 16 प्रतिशत ओबीसी, 15 प्रतिशत पंजाबी, 10 प्रतिशत दक्षिण भारतीय, 9 प्रतिशत ब्राह्मण, 8 प्रतिशत वैश्य, 8 प्रतिशत एससी, 7 प्रतिशत सिख और 18 प्रतिशत अन्य मतदाता हैं। यानी जनकपुरी विधानसभा में जहां ओबीसी, पंजाबी मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। वहीं 18 प्रतिशत मिले-जुले मतदाता भी निर्णायक स्थिति में हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जनकपुरी विधानसभा में पार्किंग की सबसे बड़ी समस्या है। यह समस्या सबसे ज्यादा सीतापुरी और मिलापनगर को प्रभावित करती है। इन वार्डों में सड़कें टूटी हैं। रोड पर अवैध कब्जे ऐसे हैं कि राहगीरों को आने-जाने में भी परेशानी होती है। यहां के नाले खुले हैं। इसकी वजह से हल्की बारिश में भी जलभराव जैसी समस्या से लोगों को गुजरना पड़ता है। बच्चों के खेलने और बुजुर्गों के टहलने के लिए कोई पार्क नहीं है। पार्किंग नहीं होने के चलते लोगों को अपने वाहन सड़कों पर ही खड़े करने पड़ते हैं। इसकी वजह से आवागमन बाधित होता है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच पीएम मोदी 3 जनवरी यानी शुक्रवार को दिल्ली में चुनावी बिगुल फूकेंगे। पीएम मोदी शुक्रवार को रोहिणी के जापानी पार्क में रैली को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही दिल्ली के विकास की कार्ययोजना बताते हुए करीब 4500 करोड़ की कई परियोजनाओं की सौगात भी देंगे। जबकि दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी रैली पांच जनवरी को होगी। यह रैली पूर्वी दिल्ली के सीबीडी ग्राउंड में प्रस्तावित है।
शुक्रवार को पीएम मोदी दिल्ली मेट्रो के फेज-4 के तहत रिठाला-नरेला-कुंडली लाइन का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही दिल्ली-सहारनपुर नेशनल हाईवे का शुभारंभ भी करेंगे। इसके बाद दिल्ली को जाम और प्रदूषण मुक्त करने के लिए चार मुख्य प्रोजेक्टों से अवगत कराएंगे। भाजपा जनसभाओं में भारी भीड़ जुटाने की तैयारी में है। भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत, योगेंद्र चांदौलिया और रामवीर सिंह बिधूड़ी को रैली आयोजित करने के लिए प्रभारी बनाया गया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि रैलियों में मोदी की गारंटी की घोषणा होगी। भाजपा सूत्रों की मानें तो दिल्ली में चुनाव कार्यक्रम के ऐलान से पहले भाजपा अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने की तैयारी में है।
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Updated on:
03 Jan 2025 12:20 pm
Published on:
02 Jan 2025 02:33 pm
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