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पुलिस को कैसे पता चला
आपको बता दें कि मध्य जिला पुलिस उपायुक्त मंदीप सिंह रणधावा ने बताया कि बीते महीने 16 अगस्त को पीपली कलां गांल, अलीगढ़ के रहने वाले ऋषिपाल सिंह नाम के एक शख्स ने हौजकाजी थाने में अपने बेटे सुशील कुमार की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। अपने रिपोर्ट में ऋषिपाल ने पुलिस को बताया कि उसका बेटा चावड़ी बाजार में एक दुकान पर अकाउंटेंट का काम करता है। 11 अगस्त को वह दुकान से घर के लिए निकला लेकिन लौटकर घर नहीं आया। पुलिस ने ऋषिपाल के रिपोर्ट के आधार पर मामल दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी। पुलिस ने जब सुशील के कॉल रिकॉर्ड (सीडीआर) चेक करवाया तो उसे एक मोबाइल नंबर पर शक हुआ। सुशील ने उस मोबाइल नंबर पर कई बार कॉल किया था और मैसेज भी भेजे थे। जांच में पुलिस ने पाया कि वह नंबर फर्जी आईडी पर लिया गया था।
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सुशील अश्लील तस्वीरें दिखाकर करता था ब्लैकमेल
आपको बता दें कि सुशील के परिजनों ने पुलिस को बताया कि करीब 5-6 वर्ष से वह पड़ोस के गांव की एक लड़की डॉली चौधरी के संपर्क मे था। लेकिन अब डॉली ग्रेटर नोएडा में नौकरी करने के बहाने किसी मोहित मावी नामक व्यक्ति के साथ रहती है। इधर पुलिस ने डॉली को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि मोहित बेरोजगारों को विदेश भेजने का काम करता है और उसी ने 10 हजार रुपए महीने की नौकरी पर उसे रखा था। इस बीच मोहित के साथ उसकी नजदीकियां बढ़ गई। जब यह बात सुशील को पता चला तो वह अपने (डॉली) साथ खींची गई कुछ अश्लील तस्वीरों को दिखाकर ब्लैकमेल करने लगा। दूसरी और सात अगस्त को मोहित की पत्नी को जब डॉली के साथ उसके पति के अवैध संबंधों का पता चला तो उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस के डर से मोहित बंगलुरु भाग गया। इस बीच वह डॉली से संपर्क में रहा और बातचीत करता रहता था।
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इस तरह से रची गई खौफनाक साजिश
आपको बता दें कि डॉली ने पुलिस को बताया कि जब से उसे मोहित के बारे में पता चला था वह धीरे-धीरे आक्रामक होते जा रहा था। इसलिए उसने सुशील की हत्या करने की साजिश रची। इस बीच मनीष नाम का एक लड़का डॉली से शादी करना चाहता था। मनीष डॉली को पहले से जानता था क्योंकि उसने डॉली के पिता की पैसों से मदद की थी। इसलिए डॉली का पिता भी यही चाहता था कि उसकी शादी मनीष से ही हो। इधर डॉली ने मनीष को सारी बातें बताई और फिर सुशील की हत्या करने का प्लान बनाया गया। इस बीच डॉली ने सुशील से बार-बार मथुरा आकर उनसे मिलने का दबाव बनाया। मनीष ने डॉली के कहने पर एक होटल में कमरे का इंतजाम किया, जहां पर डॉली और सुशील मिलने मिलने वाले थे। इसके बाद डॉली ने ज्यादा मात्रा में नींद की गोलियां खरीदी और 11 अगस्त को सुशील को मथुरा मिलने के लिए बुलाया। सुशील डॉली की बात मानकर उनसे मिलने के लिए मथुरा पहुंच गया। दिनभर एक-दूसरे के साथ गुजारने के बाद डॉली और सुशील होटल के कमरे में ठहरने के लिए पहुंचे। सुशील खाना और कोल्ड ड्रिंक मंगवाया। इस बीच डॉली ने नजर बचाकर खाने के साथ कोल्ड ड्रिंक में नींद की दवा मिला दी। कोल्ड ड्रिंक पीते ही सुशील गहरी नींद में सो गया। इधर पहले से तैयार मनीष ने स्कूटी लेकर होटल पहुंचा और फिर दोनों ने सुशील को बिठाकर मथुरा के पुराने यमुना पुल, लक्ष्मीनगर ले गए। डॉली और मनीष ने फिर सुशील को नींद में ही जिंदा नदी में फेंक दिया और वापस अपने-अपने घर लौट गए। जिस सिम से डॉली ने सुशील को कॉल किया था उसे भी तोड़ कर फेंक दिया था।