
ग्रेटर नोएडा निक्की भाटी हत्याकांड।
Nikki Bhati Murder Case: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में बीते 21 अगस्त को आग से बुरी तरह झुलसी निक्की भाटी को परिजन फोर्टिस अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने 80 प्रतिशत झुलसने के चलते इलाज से हाथ खड़े किए तो परिजनों ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल का रुख किया। सफदरजंग अस्पताल में निक्की ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस को परिजनों ने बताया कि घर में गैस सिलेंडर के विस्फोट से निक्की झुलस गई। यही बात निक्की ने भी मौत से पहले अपने बयान में कही, लेकिन कहानी में खतरनाक मोड़ तब आया, जब पुलिस को जांच के दौरान निक्की की ससुराल में गैस सिलेंडर विस्फोट से संबंधित साक्ष्य नहीं मिले।
इसके बाद पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की। अब निक्की हत्याकांड की जांच पूरी हो चुकी है। पुलिस ने अपनी 500 पन्नों की चार्जशीट में निक्की हत्याकांड की पूरी साजिश का खुलासा किया है। पुलिस की चार्जशीट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में निक्की जिंदा जलाई गई थी। उसके साथ कोई हादसा नहीं हुआ था। बकौल पुलिस, निक्की की हत्या उसके पति, सास, ससुर और जेठ ने मिलकर की थी। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने निक्की की हत्या को एक हादसे का रूप देने की भरसक कोशिश की। इसके तहत निक्की पर मौत से पहले उनके पक्ष में बयान देने का दबाव भी बनाया गया। हालांकि निक्की के बयान भी विरोधाभाषी मिले।
पुलिस की चार्जशीट के अनुसार, इस केस की जांच में महत्वपूर्ण सुराग तब हाथ लगा, जब मृतका निक्की के छह साल के बेटे ने अपने बयान दर्ज कराए। निक्की के छह साल के बेटे ने पुलिस को बताया "पापा ने मम्मी को पीटा और फिर आग लगा दी।" बस यहीं से पुलिस जांच की दिशा घूम गई और मामले की परतें खुलने लगीं। निक्की के बेटे ने यह भी बताया कि उसकी मां को जलता छोड़ पापा पड़ोसी की छत से भाग गए थे। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार होने के बाद पति विपिन ने कबूल किया कि उसने निक्की पर थिनर डाला और फिर आग लगा दी। यह थिनर उसकी मां दया ने उसे दिया था।
विपिन के बयान की पुष्टि करने के लिए पुलिस ने उस थिनर की बोतल के बारे में पूछा, जिसमें थिनर था। इसपर विपिन ने पुलिस को थिनर की बोतल उपलब्ध कराई। इसके बाद मौके पर मिली जली-पिघली सामग्री, लाइटर और बोतल की रासायनिक और विषविज्ञान (टॉक्सिकोलॉजी) जांच कराई गई। इसे भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया गया है। दूसरी ओर निक्की की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण जलने के दौरान आई चोटों को बताया गया, जिसे डॉक्टरों ने हाइपोवोलेमिक शॉक बताया, जबकि फोरेंसिक जांच के दौरान घर में विस्फोट के कोई संकेत नहीं मिले, जिससे परिवार का दावा झूठा साबित हो गया।
पुलिस ने अपनी चार्जशीट में निक्की की हत्या के पीछे की सारी कहानी भी बताई है। पुलिस चार्जशीट के अनुसार, निक्की सोशल मीडिया पर सक्रिय रहती थी और ब्यूटी पार्लर चलाती थी। इसलिए उसके ससुरालीजन उससे नाराज रहते थे। इसीलिए निक्की की हत्या करने की साजिश रची गई। पुलिस ने चार्जशीट में ये भी कहा है कि आरोपियों ने उसे जलाने के बाद अस्पताल इसलिए पहुंचाया, ताकि यह दिखाया जा सके कि वह उसे बचाना चाहते थे। हत्या को हादसा दिखाने के लिए निक्की का पति विपिन सीसीटीवी के सामने भागता भी दिखा। ताकि यह साबित किया जा सके कि हादसे के दौरान वह घर पर नहीं था।
पुलिस ने निक्की हत्याकांड में पति विपिन, सास दया, ससुर सतवीर और जेठ रोहित को नामजद आरोपी बनाया है। इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (1) यानी हत्या, धारा 115 (2) यानी जानबूझकर चोट पहुंचाना, धारा 61 (2) यानी आपराधिक साजिश रचने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की यह कार्रवाई तब शुरू हुई थी, जब निक्की की बहन कंचन ने पुलिस को हत्या का अंदेशा जताते हुए शिकायत दी थी। इसमें निक्की की बहन ने कंचन ने बताया था कि ससुरालीजनों ने निक्की को 21 अगस्त की शाम पौने छह बजे जलाकर मारा था।
Updated on:
25 Nov 2025 01:09 pm
Published on:
25 Nov 2025 12:58 pm
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