
गुरुग्राम में अनोखे अंदाज में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस।
Independence Day: 79वें स्वतंत्रता दिवस पर पूरा देशभक्ति और उत्साह में डूबा है। वहीं दिल्ली से सटे गुरुग्राम में सैकड़ों लोगों ने अनोखे अंदाज में स्वतंत्रता दिवस मनाया। यहां एक खाली प्लॉट में अधूरी खड़ी 15 विशाल इमारतों के बीच सैकड़ों लोग इकट्ठे हुए। मामला गुरुग्राम के सेक्टर-91 का है। जहां करीब 14 साल पहले लोगों ने अपने सपनों का आशियाना बनाने के लिए लोगों ने फ्लैट बुक कराए थे, लेकिन 2011 से शुरू हुआ इंतजार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी बीच 79वां स्वतंत्रता दिवस उनके के लिए उम्मीद की एक किरण बनकर आ गया। इसके बाद पिछले 14 सालों से अपने फ्लैट का इंतजार कर रहे लोगों ने 15 अगस्त को उसी जगह तिरंगा फहराकर देश के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया। इसके साथ ही इंतजार से आजादी की अनोखी लड़ाई को भी धार दे दी।
यह कहानी लगभग 600 परिवारों की है। जिन्होंने 2011 में अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा शुरू की गई फर्नहिल ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट में अपने फ्लैट बुक किए थे। 15 साल बीत चुके हैं, लेकिन उन्हें आज तक अपना घर नहीं मिला। इनमें से कई लोगों ने अपनी जिंदगी भर की कमाई इस प्रोजेक्ट में लगा दी। कुछ ने तो अपने माता-पिता के निधन के बाद भी इस लड़ाई को जारी रखा है। सेवानिवृत्त एयर वाइस मार्शल एसएस चौहान जैसे कई लोग हैं, जिन्होंने बेहतर जीवन की तलाश में यहां फ्लैट बुक किया था, लेकिन उन्हें सालों से निराशा ही हाथ लगी है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लैट बायर्स वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने बताया कि यह प्रोजेक्ट शुरुआत से ही वित्तीय कुप्रबंधन और धोखाधड़ी के आरोपों से घिरा रहा। खरीदारों ने सामूहिक रूप से 274 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया था। महेश जैन जैसे खरीदारों ने बताया कि कैसे उन्हें झूठे वादे करके ठगा गया। आवश्यक मंजूरियों के बिना ही फ्लैट बेच दिए गए, दस्तावेज रोक लिए गए और रिफंड के अनुरोधों को भी अस्वीकार कर दिया गया।
सालों के संघर्ष के बाद खरीदारों ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) में याचिका दायर की। जिसके बाद नवंबर 2022 में दिवालियापन की कार्यवाही शुरू हुई। राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) ने जनवरी 2023 में इस कार्यवाही को विशेष रूप से फर्नहिल परियोजना तक सीमित कर दिया, जिससे समाधान के प्रयासों को बल मिला।
इस स्वतंत्रता दिवस समारोह में एक बड़ी खुशखबरी सामने आई। समाधान पेशेवर जेके ग्रोवर ने घोषणा की कि नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने आखिरकार नए बिल्डर को निर्माण फिर से शुरू करने की मंजूरी दे दी है। यह खबर उन खरीदारों के लिए एक बड़ी राहत थी, जो सालों से उम्मीद खो चुके थे। ग्रोवर ने आश्वासन दिया कि 15 दिनों के भीतर शेष टावरों को पूरा करने और फ्लैटों को सौंपने की समय-सीमा बता दी जाएगी।
यह घोषणा एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई, क्योंकि परियोजना अब एक नए बिल्डर के हाथों में है, जिससे काम में तेजी आने की उम्मीद है। हालांकि, मनीष वर्मा जैसे कुछ खरीदार अभी भी चिंतित हैं, जिनके पिता का निधन हो गया और वे समय पर ट्रिब्यूनल में अपना दावा दाखिल नहीं कर पाए थे। उनकी कहानी उन सैकड़ों परिवारों की व्यथा दर्शाती है, जिन्होंने अपनी उम्मीदों और सपनों को इस प्रोजेक्ट से जोड़ा था।
समारोह के दौरान 'जय हिंद' और 'भारत माता की जय' के नारों के बीच, कुछ खरीदार अभी भी संशय में हैं। एक बुजुर्ग खरीदार ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "रामजी के वनवास से ज्यादा इंतजार किया है, ये सब चोर हैं।" लेकिन फ्लैट बायर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष अबरोल जैसे लोग उम्मीद से भरे हैं। उनका कहना है कि अगले साल तक यहां रहने वाले परिवारों के बच्चे समारोह में गीत और नृत्य प्रस्तुतियां देंगे। यह स्वतंत्रता दिवस इन फ्लैट खरीदारों के लिए सिर्फ एक छुट्टी नहीं, बल्कि न्याय और घर की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण पड़ाव बन गया है। यह दिखाता है कि 14 साल के लंबे इंतजार के बाद भी, उनकी लड़ाई खत्म नहीं हुई है, लेकिन अब उम्मीद की एक नई किरण जगी है।
Published on:
15 Aug 2025 05:46 pm
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