
प्रतीकात्मक तस्वीर
दिल्ला से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक सिरफिरे आशिक ने अपनी प्रेमिका के किसी और से बात करने की वजह से ऐसी खतरनाक योजना बनाई, जिसके बारे में पता चलने पर सब चौंक उठे। बदला लेने के चक्कर में उसने दिल्ली से लेकर बेंगलुरु तक पुलिस कमिश्नरों को बम धमाके और आतंकी हमले की धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने गहन जांच कर मुख्य आरोपी को पकड़ लिया है। पुलिस ने पूछताछ और जांच में आरोपी ने ऐसे खतरनाक खुलासे किए हैं , जिसने सबको हैरान कर दिया है। दिल्ली पुलिस अब इस मामले की गहन जांच-पड़ताल में जुटी है।
इस पूरी कहानी की शुरुआत 19 नवंबर को गुरुग्राम के सेक्टर-37 में रहने वाले मोहित कुमार से हुई। मोहित समझ ही नहीं पाया कि अचानक उसके नाम और मोबाइल नंबर से मिलते-जुलते इतनी फर्जी ईमेल आईडी कैसे बन गईं और एक-एक करके सब एक्टिव कैसे होने लगीं? इन्हीं नकली ईमेल आईडी से देश की कई बड़ी पुलिस एजेंसियों को धमकी वाले मेल भेजे जाने लगे। इन मेल्स में दिल्ली पुलिस कमिश्नर, बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर और राजस्थान की कई पुलिस यूनिट्स को बम धमाके और आतंकी हमले की धमकी दी गई थी और यह सब मोहित के नाम से भेजा गया था। जब पुलिस उसे पकड़ने पहुंची तो मोहित खुद डर गया और हैरान रह गया। उसने पुलिस को बताया कि पिछले कुछ दिनों से उसे इंटरनेशनल नंबरों से अजीब कॉल आ रही थीं और रैंडम क्यूआर कोड भेजे जा रहे थे। इससे साफ था कि मोहित किसी बड़ी साजिश का पहला शिकार बना था।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इसकी गहनता से टेक्निकल जांच की, जिससे चौंकाने वाले खुलासे हुए। पुलिस को जांच से पता चला कि मोहित जिस लड़की से बात कर रहा था, उसके पुराने दोस्त अभय कुमार को यह पसंद नहीं था। इसके लिए वह मोहित को लगातार धमका रहा था और उसे उस लड़की दूर रहने के लिए बोल रहा था। लेकिन मोहित ने उसकी बात नहीं मानी। इस वजह से गुस्से और जलन से भरे अभय ने ठान लिया था कि वह मोहित की जिंदगी पूरी तरह से 'तबाह' कर देगा।
आरोपी अभय कुमार ने मोहित के खिलाफ एक दुर्भावनापूर्ण और खतरनाक प्लान बनाया। सबसे पहले उसने मोहित के नाम से मिलते-जुलते फर्जी ईमेल अकाउंट बनाए। उसके बाद अपनी पहचान और लोकेशन छुपाने के लिए उसने वीपीएन (VPN) और स्पूफिंग टूल्स का इस्तेमाल किया। इन फर्जी ईमेल आईडी से अभय ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन का नाम लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर और कई अधिकारियों को धमकी भरे मेल भेजे। उसने बेंगलुरु में बम ब्लास्ट करने की धमकी दी और फिरौती तक मांगी। इतना ही नहीं, उसने विदेशी वर्चुअल नंबर का उपयोग करके राजस्थान पुलिस के PCR व्हाट्सऐप नंबर पर भी धमकी भरे मैसेज भेजे। इसके बाद भी वह नहीं रुका और मोहित को पूरी तरह फंसाने के लिए अभय ने मोहित के नाम पर रेप और मर्डर की फर्जी साइबर शिकायतें भी दर्ज करवा दीं। ताकि वह हर तरफ से कानूनी शिकंजे में फंस जाए।
तकनीकी निगरानी और साइबर ट्रेल का पीछा करते हुए दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच अंत में आरोपी अभय कुमार तक पहुंच ही गई और उसे साकेत के सैदुलजाब इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि अभय 22 साल का है और रांची का रहने वाला है। वह BCA थर्ड ईयर का स्टूडेंट है। वह फ्रीलांस वेब डेवलपर का काम करता था। पुलिस के सामने उसने अपने सारे गुनाह कबूल कर लिए। पुलिस ने उसका मोबाइल फोन बरामद किया है, हालांकि उसमें से ज्यादातर डेटा डिलीट कर दिया गया था। अब फोरेंसिक टीम डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करने में लगी हुई है, जिससे साजिश की गहराई को समझा जा सके। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि मोहित कुमार का इन धमकियों से कोई संबंध नहीं है। वह खुद एक सोची-समझी साजिश का शिकार हो गया था। फिलहाल, आरोपी अभय कुमार जेल में है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
Published on:
10 Dec 2025 06:06 pm
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