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CBI अधिकारी बनकर 9,00,000 की लगाई चपत; पढ़े-लिखे शख्स के साथ इस तरह की गई ठगी

Delhi Crime: CBI अधिकारी बनकर शख्स से 9 लाख रुपये की ठगी की गई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर जालसाज लोगों को फंसा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है।

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Digital Arrest

दिल्ली में शख्स को डिजिटल अरेस्ट कर 9 लाख की ठगी। फोटो सोर्स-ai

Delhi Crime: दिल्ली पुलिस ने उत्तर-पश्चिम दिल्ली के केशवपुरम इलाके में 76 साल के सेवानिवृत्त इंजीनियर को निशाना बनाकर डिजिटल अरेस्ट करने के मामले में एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले से जुड़े विदेशी कनेक्शनों की भी जांच कर रही है।

दिल्ली में रिटायर्ड इंजीनियर से 9 लाख की ठगी

आरोपी की पहचान फरीदाबाद के बसंतपुर पार्ट-2 निवासी सोनू अंसारी (26) के रूप में हुई है। पुलिस की माने तो सेवानिवृत्त इंजीनियर गणेश दत्त ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जालसाजों ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) अधिकारी बनकर उनसे 9 लाख रुपये ठग लिए। जालसाजों ने उन पर मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में शामिल होने का आरोप लगाया और पैसे ऐंठने के लिए उन्हें 'डिजिटल अरेस्ट' किया।

पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूला

पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) भीष्म सिंह का मामले को लेकर कहना है, ''जालसाज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए काम करते थे। बैंकिंग लेन-देन की जांच से विदेशों से संभावित संबंध होने का संकेत मिला। जिसके बाद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान, अंसारी ने घोटाले में अपनी भूमिका स्वीकार की। उसने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण, वह प्रतीक दुबे नाम के एक व्यक्ति के संपर्क में आया।

किराए के बैंक खाते से होता था ट्रांजेक्शन

आरोपी अंसारी ने बताया कि दुबे के निर्देश पर अंसारी ने एक बैंक खाता खोला और लॉगिन क्रेडेंशियल और खाते का नियंत्रण उसे सौंप दिया। आगे की जांच में पता चला कि यह बैंक खाता एक जाली किराया समझौते का इस्तेमाल करके बनाया गया था। अंसारी ना तो अपने आधार-पंजीकृत पते पर रहता था और ना ही किराया समझौते में दिए गए पते पर। धोखाधड़ी से प्राप्त 9 लाख रुपये की पूरी रकम इसी खाते में जमा की गई, जहां से इसे बाद में अन्य माध्यमों से भेजा गया।