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बच्चे पाकिस्तानी हैं न…भारत के एक्‍शन से पाकिस्तानियों में मची खलबली, बच्चों संग उच्चायोग पहुंची महिला

Pakistan High Commission: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर मोदी सरकार ने सख्त एक्‍शन लिया है। इससे भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों में खलबली मची है। गुरुवार को अपने वीजा की औपचारिकता पूरी करने के लिए एक महिला पाकिस्तानी उच्चायोग पहुंची।

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Pakistan High Commission: बच्चे पाकिस्तानी हैं न...भारत के एक्‍शन से पाकिस्तानियों में मची खलबली, बच्चों संग उच्चायोग पहुंची महिला

Pakistan High Commission: बच्चे पाकिस्तानी हैं न...भारत के एक्‍शन से पाकिस्तानियों में मची खलबली, बच्चों संग उच्चायोग पहुंची महिला

Pakistan High Commission: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में दो दिन हुए हमले में तकरीबन 28 पर्यटकों की आतंकियों ने हत्या कर दी। इससे पूरे देश में पाकिस्तान के प्रति गुस्सा है। इस जघन्य हत्याकांड पर केंद्र की मोदी सरकार ने सख्त एक्‍शन लिया है। इसके तहत सिंधु जल समझौते पर रोक लगाने समेत पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इसके बाद अटारी और बाघा बॉर्डर सील कर दिया जाएगा। मोदी सरकार के इस फैसले से भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों में खलबली मची है।

गुरुवार को दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग पहुंची भारतीय मूल की पाकिस्तानी महिला ने मीडिया को अपनी परेशानी बताई। अपने दो बच्चों के साथ पाकिस्तानी उच्चायोग पहुंची दिल्ली निवासी सना ने बताया कि वह वीजा की औपचारिकता पूरी करने के लिए उच्चायोग आई हैं। सना कहती हैं "मैं दस दिन पहले 45 दिन के वीजा पर भारत आई थी, लेकिन अब सीमा पर हालात बिगड़ने के कारण मुझे वीजा औपचारिकताओं के लिए पाकिस्तानी उच्चायोग आना पड़ा। मेरे दो बच्चे हैं। उनका वीजा भी 45 दिन का था।"

इस दौरान मीडिया के एक सवाल पर सना ने बताया “मैं भारत की रहने वाली हूं, लेकिन मेरी शादी कराची में हुई है। कराची में मेरे पति डॉक्टर हैं। मैं तो भारतीय मूल की हूं, लेकिन मेरे दोनों बच्चे पाकिस्तानी है न। इसलिए मुझे मोदी सरकार द्वारा दी गई समय सीमा के भीतर पाकिस्तान जाना पड़ेगा। वरना बॉर्डर सील होने के बाद मेरी मुश्किलें बढ़ जाएंगी। वैसे चाहे मैं भारत में रुक जाती, लेकिन दोनों बच्चों के पास पाकिस्तान की नागरिकता होने के चलते मुझे जाना पड़ेगा।”

दिल्ली में 24 घंटे दुकानें बंद रखेंगे व्यापारी

दूसरी ओर जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 28 पर्यटकों की निर्मम हत्या को लेकर दिल्ली के व्यापारियों में आक्रोश है। दिल्ली के व्यापारियों ने मोदी सरकार के फैसले के समर्थन में एक दिन यानी 24 घंटे दुकानें और व्यापार बंद रखने की बात कही है। दिल्ली व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष राजेंद्र कपूर ने बताया कि दिल्ली के सभी व्यापारी पहलगाम में मारे गए पर्यटकों के परिवार के साथ हैं। इस घटना के विरोध में दिल्ली के सभी व्यापारी अपनी दुकानें 1 दिन के लिए बंद रखेंगे।

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दिल्ली व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष राजेंद्र कपूर ने बताया “जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मासूम लोगों की हत्या बहुत शर्मनाक है। पाकिस्तानी आतंकवादियों की इस क्रूरता से पूरा देश गुस्से और सदमे में है। इसलिए दिल्ली का व्यापारी समुदाय मोदी जी और अमित शाह जी के साथ मजबूती से खड़ा है। हम अपनी एकजुटता गुस्सा दिखाने के लिए,दिल्ली में एक दिन का बंद रखेंगे। अपने इस कदम से हम यह जताना चाहते हैं कि पूरा व्यापारी समुदाय पीड़ित परिवारों और देश की सरकार के साथ खड़ा है।”

पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन

एक ओर जहां दिल्ली के व्यापारियों ने आतंकी हमले के खिलाफ दुकानें बंद करने की बात कही है। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को दिल्ली निवासियों ने पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। इसमें भारतीय जनता पार्टी के नेता और एंटी टेरर एक्शन फोरम के लोग भी शामिल रहे। दिल्ली के शांतिपथ स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के पास विरोध प्रदर्शन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा समेत अन्य लोगों को वहां से हटाया।

पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि पहलगाम में कुल तकरीबन 28 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। आतंकियों ने सिर्फ पुरुषों को अपना निशाना बनाया। जबकि महिलाओं को ये कहकर छोड़ दिया कि जाओ अपने मोदी को बता देना। इस दौरान कई लोगों की पैंट तक उतारी गई। उनसे कलमा पढ़वाया गया। जिसने कलमा पढ़ने से मना किया। आतंकवादियों ने उसकी जान ले ली। अब पूरा देश मोदी सरकार के साथ खड़ा है।