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बांसवाड़ा में ठाठ से निकाली बाबा महाकाल की सवारी

बांसवाड़ा शहर में निकाली गई महाकाल की सवारी में शामिल श्रद्धालु। प्रतिवर्ष के आयोजन में बाबा के करीब पांच घंटे के नगर भ्रमण के दौरान पूरा वातावरण शिवमयी हो गया। इससे पहले दोपहर बाद यहां नई आबादी क्षेत्र में महाकाल शिवालय-शनिदेव मंदिर पर सभी समाजों के लोग जुटे। यहां बाबा की आकर्षक प्रतिमा शृंगारित के साथ पालकी सजाई गई।

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बांसवाड़ा शहर में निकाली गई महाकाल की सवारी में शामिल श्रद्धालु।

वागड़ के अंतिम श्रावणी सोमवार पर आयोजन

वागड़ में श्रावण मास के अंतिम सोमवार को सर्व सनातन समाज की ओर से शहर में राजसी ठाठ के साथ बाबा महाकाल की सवारी निकाली गई। प्रतिवर्ष के आयोजन में बाबा के करीब पांच घंटे के नगर भ्रमण के दौरान पूरा वातावरण शिवमयी हो गया। इससे पहले दोपहर बाद यहां नई आबादी क्षेत्र में महाकाल शिवालय - शनिदेव मंदिर पर सभी समाजों के लोग जुटे। यहां बाबा की आकर्षक प्रतिमा शृंगारित के साथ पालकी सजाई गई।

फिर महाकाल मंदिर के पं. मनोहरलाल जोशी और हितकारी दल के हरेश लखाली नेतृत्व में बाजे-गाजे के साथ करीब ढाई बजे भजन-कीर्तन करते शोभायात्रा रवाना हुई। https://www.patrika.com/health-news/a-12th-pass-youth-was-running-a-clinic-in-banswara-was-caught-red-handed-18957894

शोभायात्रा मंदिर से गोल चौराहा, नई आबादी, एमजी अस्पताल चौराहा, जवाहर पुल, गांधीमूर्ति, चंद्रपोल गेट, पीपली चौक, आजाद चौक, पाला से नई आबादी होकर सवारी वापस शाम करीब साढ़े सात बजे महाकाल परिसर पहुंची। यहां शाम को महाआरती के बाद प्रसादी का आयोजन हुआ। इस बार भी बड़ी संख्या में बच्चे-बड़े महिलाओं ने उत्साह से भाग लिया।

रास्तेभर भक्तिगीतों पर नृत्य, पुष्पवर्षा से स्वागत

बाबा की शाही सवारी में बाल महादेव की झांकी का भी आकर्षण रहा। शाही सवारी के स्वागत में जगह-जगह शहरवासियों ने फूल बरसाए। रास्तेभर महिलाएं-बच्चे भक्तिगीतों पर थिरकते हुए बाबा के जयकारे लगाते निकले।

ये भी हुए शामिल

इससे पहले शाही सवारी को संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने रवाना किया। सोमवती अमावस्या के मंदिरों में सभी जगह आयोजनों के चलते व्यस्तता के बावजूद आयोजन में बड़ा रामद्वारा के संत रामप्रकाश महाराज और लालीवाल मठ के महंत हरिओमशरण दास महाराज भी शामिल हुए। आयोजन की व्यवस्थाओं में योगेंद्र जोशी, युगल उपाध्याय, धर्मेंद्र तेली, विनोद तेली, जस्सुभाई, बंसीभाई आदि सहयोगी में जुटे रहे।

गणेश चौथ पर रोशनी से सजेगा गणपति का दरबार, 224 किलो का बनेगा प्रसाद

गणेश चतुर्थी पर शहर के नई आबादी स्थित सिद्धिविनायक गणपति मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा के साथ विशेष आयोजन होंगे। इस अवसर पर 224 किलो का महाप्रसाद बनाकर वितरित किया जाएगा।

यह निर्णय श्रीसिद्धिविनायक गणपति सेवा संस्थान की बैठक में किया गया। संस्थान अध्यक्ष राकेश सेठिया ने बताया कि गणेश चतुर्थी के दिन सुबह छह बजे मंगला आरती के बाद दस बजे गणपति स्थापना और जन्म की मुख्य आरती दोपहर 12 बजे होगी। कार्यक्रम देवस्थान विभाग के नियमानुसार होंगे, जिसमें संस्थान के सदस्य सहयोगी रहेंगे। बैठक में संरक्षक विनोद शाह ने सदस्यता की सहभागिता राशि प्रति माह सौ रुपए निर्धारित करने का सुझाव दिया। ईश्वरदास कंसारा ने भी आयोजन भव्य स्वरूप में करने पर जोर दिया। बैठक में शंकरलाल यादव, उत्तमसिंह चौहान, नरेश श्रीमाल, लक्ष्मीलाल भावसार, मीठालाल माली, नकुल नागर, निखिलेश श्रीमाल, महेश भावसार, महेंद्र त्रिवेदी, जयप्रकाश मेहता ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक भावसार ने किया और अंत में आभार प्रदर्शन सचिव सुबोध मालोत ने किया। इस दैरान इस अवसर पर जयेश कंसारा, तोला चंद तेली, लोकेश व्यास सहित कई लोग उपस्थित रहे।