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एमपी के किसानों को 300 करोड़ की बड़ी सौगात, खातों में राशि डालेगी सरकार

Bhavantar Yojana - मुख्यमंत्री भावांतर योजना में किसानों के खातों में राशि डालेगी सरकार, पहली किस्त होगी जारी

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Bhavantar Yojana

Bhavantar Yojana (फोटो सोर्स : AI)

Bhavantar Yojana - मध्यप्रदेश के किसानों को करोड़ों की सौगात मिल रही है। प्रदेश के एक लाख से ज्यादा किसानों को यह लाभ मिलेगा। राज्य सरकार सीधे उनके बैंक खातों में राशि डालेगी। प्रदेश के सोयाबीन उत्पादन किसानों के खातों में भावांतर योजना के पैसे डाले जाएंगे। सीएम मोहन यादव DBT के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में योजना की राशि ट्रांसफर करेंगे। हाल ही में लॉन्च की गई मुख्यमंत्री भावांतर योजना की यह पहली किस्त होगी। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के 9 लाख से ज्यादा किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया था।

एमपी के सोयाबीन किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने के उद्देश्य से भावांतर योजना शुरु की गई है। इसके तहत सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम मिलने पर अंतर की राशि को राज्य सरकार की ओर से पूरा किया जाएगा।

भावांतर योजना 2025 के अंतर्गत सोयाबीन विक्रेता किसानों के लिए मॉडल रेट जारी किया जा रहा है। यह मॉडल रेट उन किसानों के लिए है जिन्होंने अपना सोयाबीन मंडी में बेचा है। इस मॉडल रेट के आधार पर ही भावांतर की राशि की गणना की जाएगी।

बुधवार 12 नवंबर को 4077 रुपए प्रति क्विंटल का मॉडल रेट जारी किया गया। इस प्रकार सोयाबीन के मॉडल रेट में लगातार वृद्धि हो रही है। 7 नवंबर को पहला मॉडल रेट 4020 रुपए प्रति क्विंटल जारी किया गया था। इसके बाद 8 नवंबर को 4033 रुपए प्रति क्विंटल, 9 और 10 नवंबर को 4036 रुपए प्रति क्विंटल तथा 11 नवंबर को 4056 रुपए प्रति क्विंटल का मॉडल रेट जारी हुआ।

13 नवंबर को पहली किस्त

भावांतर योजना की राशि के लिए किसानों का इंतजार 13 नवंबर को खत्म होगा। इस दिन योजना की पहली किस्त जारी की जाएगी। सीएम मोहन यादव देवास से भावांतर योजना की किस्त समारोहपूर्वक जारी करेंगे। इसके अंतर्गत DBT के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में 300 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। 1.32 लाख किसानों के खातों में यह राशि आएगी।

कुल 936352 किसानों ने पंजीयन कराया

भावांतर योजना के तहत प्रदेश के कुल 936352 किसानों ने पंजीयन कराया है। अभी तक 1.60 लाख किसानों ने योजना के त​हत अपनी फसल बेची है। कुल 2.70 लाख टन सोयाबीन बेचा जा चुका है।

मुख्यमंत्री भावांतर योजना को ऐसे समझें

मुख्यमंत्री भावांतर योजना में किसान को मंडी में सोयाबीन का MSP से कम रेट मिलने पर उस दिन के मॉडल रेट के आधार पर शेष राशि की पूर्ति की जाएगी इस प्रकार किसानों को आर्थिक नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। इससे किसानों की आय में स्थिरता आएगी।

भावांतर योजना के रजिस्ट्रेशन ई-उपार्जन पोर्टल पर किए गए हैं। रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों के रकबे का वेरिफिकेशन भी किया जा रहा है।

इन किसानों के बैंक खातों में आएगी राशि

भावांतर योजना की राशि सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर होगी। बैंक खाता आधार से लिंक होना जरूरी है।
वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने पर ही राशि मिलेगी।
गलत अकाउंट नंबर देने पर पैसा नहीं मिलेगा।
एमएसपी से अधिक भाव पर सोयाबीन बेचने वालों को भी भावांतर का लाभ नहीं मिलेगा।

विशेष

भावांतर भुगतान योजना में शासन की गाइड लाइन के तहत ऐसे किसानों के राशि में 25 प्रतिशत अंतर राशि की कटौती होगी जिन्हें राहत राशि मिली है। ऐसे किसानों को 75 प्रतिशत अंतर राशि का ही भुगतान होगा। उदाहरण के तौर पर भावांतर में जिस किसान की अंतर राशि एक लाख रुपए होती है उन्हें 75 हजार रुपए का ही भुगतान किया जाएगा।