mp weather: बीते दिन खरगोन स्थित नर्मदा पट्टी से सटे गांवों के अलावा अन्य कई स्थानों पर तूफान ने दो लोगों के जीवन पर पूर्णविराम लगाया। वहीं जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बुधवार को प्रभावित क्षेत्रों से जो तस्वीरें सामने आई वह बर्बादी की गवाही खुद दे रही हैं। क्षेत्र में लगी केले की फसल जमीन पर बिछ गई। कई बिजली पोल, पेड़ धराशायी हो गए। कच्चे घरौंदों पर डले टीनशेड ताश के पत्तों की तरह बिखरे। मौसम में आए इस बदलाव से करीब 500 परिवार प्रभावित हुए हैं। आंधी के बाद बुधवार को बचे कुचे सामान को नागरिक समेटते दिखाई दिए। (Storm and rain wreak havoc)
घटनाक्रम में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। जबकि आंधी के झोंके से पुल से नर्मदा नदी में गिरे कंटेनर चालक की भी उपचार के दौरान मौत हो गई। आंधी से सबसे ज्यादा नुकसान विद्युत लाइनों को हुआ। जिलेभर में करीब 300 विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गए। 50 से 60 स्थानों पर पेड़ गिरने से विद्युत लाइनें प्रभावित हुई। जबकि अन्य कई स्थानों पर आंधी से पोल उखड़ गए या क्षतिग्रस्त हो गए।
पीपलगोन, मंडलेश्वर, निमरानी, भीकनांव सहित अन्य स्थानों पर 33 केवी विद्युत लाइन में खराबी आई है। करीब 60 से 70 गांवों सहित कुछ नगरीय क्षेत्रों में विद्युत प्रदाय बाधित हुआ। विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री एसएस वर्मा ने बताया कि रिस्टोरेशन का काम तेजी से किया जा रहा है। जल्द विद्युत आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।
केले की फसल उजड़ी, किसानों की मेहनत पर फिरा पानी
मगरखेड़ी में आंधी के कारण किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। गौतम पटेल के खेत में लगे चार बीघा की केले की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। जिसमे करीब चार हजार पौधे लगे हुए थे। बलीराम पटेल, गणेश पटेल, घनश्याम पटेल, भुवानीराम पटेल, पीपलझोपा में राकेश धनगर, खड़कवानी के चांद खान, रुबाब खान की केले की फसल भी प्रभावित हुई। पूरे साल में किसानों को अच्छे फसल की उमीद लगी हुई थी। बलगांव, बालसमुद, ढालखेडा आदि स्थानों पर भी केला फसल को नुकसान हुआ। किसानों ने सरकार से मुआवजा राशि की मांग की।
धरगांव में आंधी ने ग्राम सहित क्षेत्र में तबाही हुई। सैकड़ों पेड़ एवं बिजली के पोल धाराशायी होने के साथ ही कई मकानों कि चद्दरें हवा में उड़ने से पूरी रात खुले आसमान परिवारों ने गुजारी। ग्राम के हारन बारेला के मकान की चद्दर उड़ने से पूरा परिवार खुले आसमान में रात गुजारी।
अमर सिंह मंगू सिंह मंडलोई के भी चद्दर उड़ने मकान पूरा खुला हो गया एवं उड़ी हुई चद्दरें सुबह ढूंढने पर नहीं मिली। बिजली के पोल गिरने से नांद्रा, देवपपलिया, पथराड़, गोगावा, सुलगांव ग्राम के ग्रामीणों द्वारा पूरी रात बिजली बंद होने से अंधेरे में गुजारी। पटवारी अंकित यादव ने बताया कि आंधी एवं बारिश से मकानों के हुए नुकसान को लेकर शीघ्र सर्वे कर पंचनामा बनाकर विभाग को भेजा जाएगा।
बीते दिवस आंधी और बारिश की वजह से ग्राम सहित आसपास के इलाकों को तहस-नहस कर दिया। 100 से अधिक पेड़ टूटे या उखड़ गए। कई स्थानों पर बिजली के पोल और तार टूटने से विद्युत व्यवस्था ठप हो गई। कैलाश अग्रवाल की घर के सामने खड़ी कार और बड़ा चौक निवासी प्रकाश शर्मा की कार पर पेड़ गिरा। दोनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
श्रीराम नगर निवासी दिनेश यादव के घर पर हाई वोल्टेज लाइन का तार टच हो गया, जिससे घर की लाइट जल गई राधेश्याम पिता हरजीया और दिलीप पिता भीलू के घरों पर पेड़ गिरा। हाइवे किनारे स्थित कई ढाबों और होटलों की छतें उड़ गई। 24 घंटे से बिजली बंद रहने के कारण मोबाइल टावर भी बंद हो गए। नेटवर्क गायब है और लोगों को संचार में भारी परेशानी हो रही है। कुछ स्थानों पर अस्थायी जनरेटर लगाकर टावर चालू किए गए हैं।
Published on:
12 Jun 2025 03:23 pm