
धमधा, बिरझापुर के Farmer किसान व्यास नारायण शर्मा ने बताया कि नहर फूटने से पानी Farm खेत में प्रवेश कर रहा है। इसमें paddy crop धान की फसल लगी हुई है। पिछले साल भी Canal Drain नहर फूटने से फसल डूब गया और खेत के मेड़ फूट गए। पिछले साल फसल बह गई थी। इससे किसान को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ था। बारिश के बाद फिर से मेड़ बनवाना पड़ा। दो साल से नहर नाली में किए जा रहे नहर नाली के काम के बाद, लाइनिंग फूट रही है। सीमेंट और मिट्टी बहकर सीधे खेत में प्रवेश कर रहे हैं। इस साल भी ऐसा ही हुआ है। इस तरह किसान को हर साल बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है।
किसान ने बताया कि उसका दस एकड़ का खेत है, फिर इस साल खेत में नहर फूट कर पानी भर गया है। इसके साथ-साथ नहर में सपोट के लिए बिछाई गई मुरूम भी खेत के भीतर तक प्रवेश कर गई है। इससे फसल को बड़ा नुकसान हो रहा है। प्रशासन की ओर से कोई पहल होता नजर नहीं आ रहा है। इस वजह से कलेक्टर से शिकायत किया है।
pasture land चारागाह की जमीन जो करीब 20 एकड़ से अधिक है, उसका पानी दूसरे नाला से निकल जाता था। विभाग ने उस पानी को नहर में जोडऩे के लिए पाइप लगा दिया है। इसकी वजह से भी नहर नाली में पानी का प्रेशर बढ़ गया है। इससे नहर नाली फूट भी रही है और पानी से खेतों को नुकसान हो रहा है। किसान ने पहले इसकी शिकायत किसान ने अनुविभागीय अधिकारी जलसंसाधन उप संभाग धमधा से किया। इसके बाद कलेक्टर, दुर्ग को पत्र सौंपने पहुंचा।
इस मामले में ईई सुरेश पाण्डेय से पूछा गया कि बिरझापुर में नहर बना है वह बार-बार फूट रहा है। वह नहर कितने में बना है और उसके फूटने से जो नुकसान किसान को हो रहा है, उसकी भरपाई कैसे होगी। तो अधिकारी जवाब नहीं दे रहे हैं। https://www.patrika.com/exclusive/watch-video-government-sent-17-crores-still-rain-water-reached-homes-18894433
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Updated on:
06 Aug 2024 09:34 pm
Published on:
06 Aug 2024 09:17 pm
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