
Worship will be done at every home on Durga Ashtami and Ram Navami
दुर्गा अष्टमी और रामनवमी पर घर-घर में पूजा-अर्चना होने की परंपरा है, जो चैत्र और शारदीय नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से मनाई जाएगी। इन दोनों दिनों घरों में देवी दुर्गा और भगवान राम की पूजा-अर्चना की जाएगी। शारदीय नवरात्रि की अष्टमी 30 सितंबर को और महानवमी 1 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
पंडित अशोक व्यास ने बताया कि दुर्गा अष्टमी व दुर्गा नवमी के दिन हर घर में पूजा होगी। अष्टमी पूजन समय मंगलवार सुबह 9,30 से 12,51 बजे तक चर लाभ अमृत एवं अभिजीत शाम 3:25 से 4:53 तक शुभ चौघड़िया में कर सकते है। दुर्गा नवमी पूजन बुधवार 1 अक्टूबर को सुबह 6:34 बजे से 9:31 बजे तक लाभ अमृत 10:59 बजे से12:27 बजे तक शुभ शाम को 3:24 बजे से 6:29 बजे तक चर व लाभ का चौघड़िया में पूजा कर सकते हैं।
Published on:
29 Sept 2025 08:43 am
बड़ी खबरें
View Allभीलवाड़ा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
