Coronavirus Cases in noida
सेक्टर-74 और सेक्टर-79 की ही करीब 30 से ज्यादा सोसायटी में अब तक 332 लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं। यह जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती साबित हो रहे हैं।
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पत्रिका न्यूज नेटवर्कनोएडा। पिछले साल जब कोरोना महामारी (coronavirus) का कहर टूटा था तो उस समय सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले नोएडा की सेक्टर 8, 9 और 5 की जेजे कॉलोनी से आए थे। उस समय यह तर्क दिया गया था कि झुग्गी-बस्तियों में सोशल डिस्टेंसिंग (social distancing) और मास्क (mask) नहीं पहनने के कारण यह संक्रमण फैला था। लेकिन कोरोना का जो नया दौर आया है, उसमे नोएडा की पॉश कॉलोनी (posh colony) और बहुमंजिला इमारतें (highrise society) निशाने पर हैं। नोएडा के सेक्टर-74 और सेक्टर-79 की ही करीब 30 से ज्यादा हाईराइज सोसायटी में अब तक 332 लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं। जो जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती साबित हो रहे हैं।
दरअसल, नोएडा की चमचमाती बहुमंजिला इमारतों में इस बार कोरोना वायरस ने अपनी पैठ बनाई है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 940 एक्टिव कोरोना संक्रमित में से इन 30 हाईराइज सोसाइटी में 312 कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं। जो हाईराइज सोसायटी कोरोना का कहर का सबसे ज्यादा शिकार हुई हैं उनमें जिला प्रशासन की जानकारी के मुताबिक प्रदीप वेस्टीरिया में 46 केस, जेएम ऑर्किड-21, गौर स्पोटर्टसवुड-14, ग्रैंड अजानारा-25, इलाइट होम-12, जेएम अरोमा-23, स्काईटेक-22, कैप्टाउन-48, महागुन-22, हाइड पार्क-16, होम्स 35, प्रतीक लोरियल-23, क्लियो काउंटी 20, लोटस बुलेवार्ड-34, पारस टियरिया-15, लोटस पनचे-15, एक्सोटिका-21 में ग्रैंड ओमेक्स-25 में संक्रमित पाए गए हैं।
सेक्टर-77 प्रतीक विस्टीरिया हाउसिंग सोसायटी की अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित गुप्ता का कहना है कि सोसाइटी में इस वक्त 56 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। प्रशासन ने स्थिति के बारे में अवगत करा दिया है। स्वस्थ्य विभाग की टीम आयी थी और हालात का मुआयना किया था। अब सोसाइटी में प्रशासन द्वारा टेस्टिंग कैंप लगाया जाएगा। हम अपने स्तर पर सोसाइटी में सेनिटाइजेशन करवा रहे हैं। हमारी सोसायटी में करीब 7,000 परिवार हैं। संक्रमितों का पूरा ब्यौरा जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को दे दिया है।
उधर, हाईराइज सोसाइटीज में बढ़ते कोरोना के मामले पर अधिकारियों का कहना है कि बड़ी-बड़ी सोसाइटी में रहने वाले लोग अपनी बीमारी की जानकारी स्वास्थ्य विभाग या फिर अधिकारियों या नोडल अफसरों से शेयर नहीं कर रहे हैं। सीएमओ दीपक ओहरी का कहना है कि इसके लिए नई गाइडलाइंस जारी कि जा चुकी है। हमने सोसाइटीज में टेस्टिंग प्रक्रिया को तेज कर दिया है और मरीजो की ट्रेसिंग कर रहे है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के संपर्क में बने हुए हैं। हमने लोगों से अपील की है कि वायरस से पॉजिटिव लोगों के बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जानकारी दें। जिससे निगरानी की जा सके।