
नोएडा. 2021 में पहली बार दिल्ली-एनसीआर की हवा दीपावली की रात के बाद सबसे प्रदूषित दर्ज की गई। हवा में जानलेवा रसायन के कण मिले होने के कारण ये और जहरीली हो गई। इसी वजह से केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है। गंभीर स्थिति में पहुंचे वायु प्रदूषण को देखते हुए सरकारी और निजी कार्यालयों को वाहनों का इस्तेमाल 30 फीसदी तक कम करने के निर्देश दिए हैं।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शनिवार को जहां 499 दर्ज किया गया है, जो शुक्रवार के मुकाबले बेहद खराब है। वहीं, दिल्ली से सटे नोएडा (Noida) में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में पहुंच चुकी है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, नोएडा में शनिवार को पीएम 10 का एक्यूआई 772 पर पहुंच गया। बता दें कि 50 एक्यूआई से नीचे के स्तर को सांस लेने लायक माना जाता है। इससे अधिक एक्यूआई घातक साबित हो सकता है।
सीपीसीबी ने दी ये सलाह
बता दें कि सीपीसीबी ने शुक्रवार को बैठक के दौरान सरकारी और निजी कार्यालयों समेत सभी प्रतिष्ठानों को वाहनों का इस्तेमाल 30 प्रतिशत तक कम करने की सलाह दी थी। सीपीसीबी ने कहा था कि इसके लिए वर्क फ्रॉम होम, कार पूलिंग आदि का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके साथ ही लोगों को बाहरी गतिविधियां कम करने की भी सलाह दी थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने संबंधित एजेंसियों को कड़ी निगरानी रखकर रोजाना प्रदूषण रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए हैं। इसे आपातकाल मानकर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का पालन करने को कहा है।
दीपावली के पटाखे और किसानों की पराली बने कारण
दीपावली पर एनसीआर में चला पटाखों का दौर और हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में पराली के धुएं के कारण दिल्ली और आसपास के जिलों में प्रदूषण की हालत खराब हो गई है। दिल्ली-एनसीआर गैस का चेंबर बन गया है। अगले दो दिन तक प्रदूषण छंटने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर के शहरों को प्रदूषण स्तर 450 से ऊपर बने रहने की आशंका है। सोमवार को सतह पर चलने वाली हवाओं की चाल बढ़ने की उम्मीद है। इससे प्रदूषण का स्तर कम हो सकता है। फिर भी, इसके बेहद खराब और गंभीर स्तर की सीमा पर बने रहे का अनुमान है।
Published on:
13 Nov 2021 10:54 am
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