27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

NCR में 800 किसानों की लगी लॉटरी! दिमाग और प्रबंधन से पांच साल में बने करोड़पति, जानें कैसे?

Noida: आर्थिक सर्वे कराने वाली संस्‍था मर्सिडीज बेंज और हुरुन इंटरनेशनल की हाल में जारी की गई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है, जिसमें दिल्ली से सटे शहर के किसानों की आमदनी तेजी से बढ़ी है।

2 min read
Google source verification
Gautam Buddha Nagar 800 farmers became millionaire in five years Noida land rate increased

नोएडा में करोड़पति बने 800 किसान।

Noida: दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के 800 किसानों की पिछले पांच सालों में ऐसी किस्मत बदली कि वो उन 2500 लोगों में शामिल हो गए, जिन्हें करोड़पति होने का तमगा मिला हुआ है। इन किसानों ने अपने दिमाग और प्रबंधन से न सिर्फ धन का सदुपयोग किया, बल्कि उसके उपयोग से करोड़ों की संपत्ति भी जमा कर ली। आर्थिक सर्वे कराने वाली संस्‍था मर्सिडीज बेंज और हुरुन इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, गौतमबुद्ध नगर जिले में तेजी से अमीरों की संख्या बढ़ रही है।

यह रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए जारी की गई। इसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का जिला गौतमबुद्ध नगर भी शामिल है। रिपोर्ट में बताया गया है कि गौतमबुद्ध नगर जिले के तीन औद्योगिक विकास क्षेत्रों में करीब 800 किसान पिछले पांच सालों में करोड़पति बन गए हैं। इसके साथ ही इस जिले में करोड़पतियों की संख्या करीब 2500 पहुंच गई है। जबकि पिछले पांच साल पहले गौतमबुद्ध नगर जिले में पांच अरबपति थे, जो अब 11 हो गए हैं।

रिपोर्ट में क्या हुआ खुलासा?

आर्थिक सर्वे कराने वाली संस्‍था मर्सिडीज बेंज और हुरुन इंटरनेशनल की रिपोर्ट में बताया गया है कि पांच साल पहले गौतमबुद्धनगर जिले में कुल 1700 करोड़पति थे, जबकि मात्र पांच अरबपति लोग रहते थे। पांच साल बाद जारी रिपोर्ट में करोड़पतियों की संख्या बढ़कर जहां 2500 हो गई, वहीं अरबपति भी पांच से बढ़कर 11 हो गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच सालों में जो 800 लोग करोड़पति बने हैं, वो किसान हैं। इसके अलावा छह अरबपति बनने वाले लोग भी किसान परिवार से ही आते हैं।

अचानक कैसे बढ़ गई इनकम?

आर्थिक सर्वे कराने वाली संस्‍था मर्सिडीज बेंज और हुरुन इंटरनेशनल की रिपोर्ट में इन किसानों के अचानक अमीर बनने के पीछे की कहानी भी बताई गई है। दरअसल, दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में पिछले पांच सालों के दौरान विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ी है। औद्योगिक विकास के उद्देश्य से बड़े पैमाने पर किसानों की जमीनों की अधिग्रहण किया गया। इसी के चलते पिछले पांच सालों में 806 किसानों ने अपने दिमाग और प्रबंधन से जहां अपनी आर्थिक स्थिति सुधारी, वहीं इनकम बढ़ाकर खुद को करोड़पतियों की सूची में भी शामिल करवाया।

चार गुना मिला जमीनों का मुआवजा

रिपोर्ट में बताया गया है कि तेजी से विकसित हो रहे गौतमबुद्धनगर जिले में जो 800 किसान अचानक संपन्न वर्ग में शामिल हुए, उन्हें उनकी जमीनों के बदले सर्किल रेट से चार गुना ज्यादा मुआवजा दिया गया। यह वो किसान हैं, जिनकी जमीनें नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में आती थीं। इसके पीछे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्रों का विकास बड़ा कारण है।

इन जिलों की स्थिति बेहतर

रेवेन्यू सरप्लस राज्यों में यह सर्वे किया गया। इसी के तहत यह रिपोर्ट जारी की गई। इसमें उत्तर प्रदेश का गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा क्षेत्र का रेवेन्यू के मामले में सबसे ज्यादा योगदान माना गया। इस रिपोर्ट के अनुसार, अरबपतियों के मामले में भी गौतमबुद्ध नगर जिला उत्तर प्रदेश में सबसे टॉप पर है। इसके बाद लखनऊ का नंबर आता है। तीसरे नंबर पर गाजियाबाद और चौथे नंबर पर आगरा जिला आता है, जहां अरबपतियों की संख्या ज्यादा है। रिपोर्ट के अनुसार, गौतमबुद्ध नगर जिले में 10 करोड़ रुपये से ज्यादा संपत्ति के मालिक 2500 लोग हैं।