हिंदू धर्म में सुहागहिन औरतों के लिए हरियाली तीज, कजरी तीज और करवा चौथ की तरह ही Hartalika Teej Vrat होता है। हरतालिका तीज के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और भगवान शिव और पार्वती से सदा सुहागन का आर्शीवाद मांगती हैं। मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शंकर को प्राप्त करने के लिए इस व्रत को सबसे पहले किया था। वहीं कई जगह माता पार्वती की तरह अच्छा वर प्राप्त करने के लिए कुंवारी कन्याएं भी इस व्रत को रखती हैं।
हरतालिका तीज भाद्र पद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। जिसकी वजह से तृतीया तिथि आरंभ होने से समाप्त होने तक कभी पूजा कर सकती हैं। लेकिन
hartalika teej puja shubh muhurat इस बार सुबह सुबह 06:04:17 से 08:33:31 तक है। इन 2 घंटे 29 मिनट में की गई पूजा विशेष फलदायी होगा। लेकिन पूजा करने के लिए पूरा दिन शुभ है। शाम के 6:46 मिनट तक यह पूजा की जा सकेगी। उसके बाद चतुर्थी लग जाएगी। यानी 13 सितंबर से गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाएगी।