यह भी पढ़ें: दलित महिला प्रधान के यहां पहुंचे सीएम ने किया ऐसा काम , चौँक गए सब लोग भाजपा के लिए है चुनौती दरअसल, कैराना में 28 मई को मतदान होगा और 31 को रिजल्ट आएगा। भाजपा के लिए यह सीट अब किसी चुनाैती से कम नहीं है। वहीं, यहां से एक ऐसे नेता का नाम भी सामने आ रहा हैै, जिसका जन्म (अमेरिका) के टेक्सास में हुआ है। जी हां, हम बात कर रहे हैं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी की। उनके यहां से लोसकभा चुनाव के मैदान में उतरने की चर्चा है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने भी कहा है कि पार्टी यहां से जयंत चौधरी का समर्थन करेगी।
यह भी पढ़ें: 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव भाजपा को देने जा रहे हैं बड़ा झटका गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर देखे जा रहे हैं जयंत आजकल राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की सारी रणनीतिक गतिविधियां देखने वाले जयंत चौधरी को गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर भी देखा जा रहा है क्योंकि रालोद सपा और बसपा गठबंधन का हिस्सा बनने का संकेत दे चुकी है। हालांकि, सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने हाल ही में यह कहकर राजनीतिक गलियारों में सनसनी मचा दी थी कि वह भी पूरी मजबूती के साथ कैरान के मैदान में उतरेंगे। वहीं, बसपा मुखिया मायावती ने उपुचनाव से खुद को दूर रखने का ऐलान किया है।
यह भी पढ़ें: कैराना लाेकसभा आैर नूरपुर विधान सभा में चुनाव काे लेकर आंचार संहिता जारी जानिए कब हाेंगे नामांकन आैर कब आएंगे नतीजे विरासत में मिली है राजनीति इस समय रालोद के लिए रणनीति बनाने वाले जयंत चौधरी को राजनीति विरासत में मिली है। चौधरी चरण सिंह मतलब उनके दादा प्रधानमंत्री रह चुके हैं और किसानों के मसीहा के तौर पर जाने जाते हैं। वहीं, जयंत के पिता छोटे चौधरी यानी अजित सिंह कई सरकारों में मंत्री पद संभाल चुके हैं।
यह भी पढ़ें: इन दो महिलाओं के सहारे अपनी नैया पार लगाने की फिराक में हैं पीएम मोदी और अमित शाह लंदन में किया ग्रेजुएशन पूर्व प्रधानमंत्री के पोते जयंत चौधरी का जन्म यूएसए (अमेरिका) के टेक्सास में हुआ था। उनकी जन्मतिथि 27 दिसम्बर 1978 है। उनकी पढ़ाई-लिखाई भी विदेश में हुई है। उन्होंने अपना ग्रेजुएशन लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में किया। वर्ष 2003 में उन्होंने शादी की। उनकी पत्नी का नाम चारू है जबकि उनकी दो बेटियों के नाम साहिरा और इलेशा हैं।
यह भी पढ़ें: उपचुनाव की घोषणा से पहले अमरोहा पहुंचे सीएम योगी बोले, हमने इन विभागों में खोल दी है भर्ती… पिछला लोकसभा चुनाव हार गए थे रालोद भले ही पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से हारी हो लेकिन आज भी वेस्ट यूपी में पार्टी की अच्छी पकड़ है। युवाओं को अपने साथ जोड़ने का काम कर रहे जयंत चौधरी ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई के साथ मिलकर एबीवीपी के प्रत्याशी को शिकस्त दी थी। इस समय जयंत रालोद में उपाध्यक्ष हैं। 2009 लाकसभा चुनाव में वह मथुरा से संसद पहुंचे थे। 2012 में वह मांट से विधानयक बने लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें हार मिली थी।
यह भी पढ़ें: इन दो सीटों पर उपचुनाव की हुई घोषणा, अब होगी पीएम मोदी और सीएम योगी की असली परीक्षा यह है चुनाव का कार्यक्रम आपको बता दें कि कैराना में 28 मई को मतदान होगा। इसके लिए 3 मई से नामांकन भरे जाएंगे। चुनाव आयोग के अनुसार, 28 को वोटिंग और 31 मई को काउंटिंग होगी मतलब कैराना उपचुनाव का परिणाम 31 मई को आ जाएगा।