
नोएडा। लॉकडाउन के बीच मंगलवार शाम सैकड़ों मजदूर बस चलने की अफवाह के चलते मोरना बस डिपो पहुँच गए। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने जब मजदूरों को वहां से हटाने की कोशिश की तो उन्होंने जाने से मना कर दिया। नाराज मजदूरों ने पुलिस चौकी पर जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है मजदूर मोरना डिपो के पास स्थित वेव ग्रुप की कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करते थे। जो लॉकडाउन होने के चलते अपने घर जाने के लिए बेताब थे। थाना सेक्टर 24 पुलिस ने एक दर्जन से अधिक मजदूरों को गिरफ्तार किया है। इन मजदूरों पर लॉक डाउन उल्लंगन के तहत केस दर्ज किया गया है।
एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि वेव ग्रुप की कंस्ट्रक्शन साइट के कुछ मजदूर बस चलने की अफवाह के चलते मंगलवार को मोरना बस डिपो पहुंच गए। डिपो में छात्रों को ले जाने वाली बसें पहले से खड़ी थी। मजदूरों ने बस में चढऩे की कोशिश की। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें बस में चढऩे से रोक दिया। इस पर मजदूरों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर मजदूरों को वहां से हटाया। एसीपी ने दावा किया कि मजदूरों ने हंगामा किया, लेकिन चौकी पर पथराव नहीं किया। पुलिस ने एक दर्जन से अधिक मजदूरों के खिलाफ लॉक डाउन का उल्लंघन करने के तहत कार्रवाई की है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मजदूरों ने खुल कर आरोप लगाया। उनका कहना है कि वेब ग्रुप की कंस्ट्रक्शन साइट पर वे एक माह से है। उनको वेतन नहीं दिया गया, तथा लॉक डाउन के दौरान उन्हें खाने-पीने की वस्तुएं प्रदान नहीं की गई। मजदूरों का कहना है कि वे घर घर जाना चाहते थे, उन्हें घर नहीं भेजा गया। जबकि वेव ग्रुप के पीआरओ मयंक ने दावा किया कि जिन मजदूरों ने आज हंगामा किया है, वे उनके ठेकेदार के मजदूर हैं।
उन्होंने कहा कि कल से बैब ग्रुप में निर्माण कार्य शुरू होने वाला है। ठेकेदार मजदूरों से यह कहने गया था, कि कल से काम पर आ जाए। लेकिन मजदूर उत्तेजित हो गए, तथा उन्होंने कहा कि हमें बिहार भेज दो। मजदूरों ने ठेकेदार के साथ धक्का-मुक्की की। ठेकेदार ने उन्हें मोरना बस स्टैंड पर बस पकड़ने के लिए भेज दिया ।
Updated on:
06 May 2020 06:47 pm
Published on:
06 May 2020 06:46 pm
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